नई दिल्ली, 6 जून 2025: कांग्रेस नेता Rahul Gandhi बीते 3 जून को भोपाल में संगठन सृजन अभियान मे शामिल हुए. इस कार्यक्रम उनके द्वारा दिए गए बयान पर राजनीति हो रही है. अब ‘लंगड़ा घोड़ा’ शब्द के इस्तेमाल पर अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर और पद्मश्री सम्मानित सतेंद्र सिंह लोहिया ने कड़ा ऐतराज जताया है. उन्होंने इसे दिव्यांग समुदाय के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बताया है और राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की है.
सतेंद्र लोहिया ने जताई नाराजगी
पद्मश्री सतेंद्र लोहिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी को संबोधित किया. उन्होंने लिखा, “आदरणीय राहुल गांधी जी, आप एक सम्माननीय राष्ट्रीय नेता हैं. मैं एक दिव्यांग अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर हूं, देश का नागरिक हूं और मैं आपके बयान से आहत हूं. ‘लंगड़ा’ जैसे शब्द हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाते हैं.”
लोहिया ने लिखा कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के बाद ‘लंगड़ा’ जैसे शब्द न केवल असंवेदनशील हैं बल्कि कानून की दृष्टि से भी आपत्तिजनक माने जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘दिव्यांग’ शब्द इसलिए अपनाया ताकि विकलांगता को कमजोरी नहीं, बल्कि क्षमता के नजरिए से देखा जा सके.
“जब किसी राष्ट्रीय नेता से इस तरह की भाषा सुनने को मिलती है, तो पूरे दिव्यांग समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं. हम केवल सहानुभूति नहीं, बराबरी और सम्मान की उम्मीद करते हैं.” – सतेंद्र लोहिया
Rahul Gandhi ने क्या कहा था?
राहुल गांधी ने 3 जून को भोपाल में कांग्रेस के जिला और ब्लॉक नेताओं को संबोधित करते हुए पार्टी संगठन की कार्यशैली को लेकर कहा, “अब रेस के घोड़े और बारात के घोड़े अलग करने होंगे. एक तीसरी कैटेगरी भी है – लंगड़ा घोड़ा. रेस वाले को रेस में, बारात वाले को बारात में और लंगड़े को रिटायर करना पड़ेगा. उसे घास-पानी देकर कहो कि बाकी घोड़ों को तंग मत करो, नहीं तो कार्रवाई करनी पड़ेगी.”