Raja Raghuvanshi Murder Case: 10 जून 2025: 2 जून को जब मेघालय की घाटियों से राजा रघुवंशी की लाश बरामद हुई, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि ये मामला एक बेहद सुनियोजित मर्डर प्लान का हिस्सा हो सकता है, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, कहानी ने करवट ली और शक की सुई उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी पर आकर ठहर गई. पुलिस ने तीन बड़े झूठों के आधार पर सोनम को मुख्य आरोपी करार दिया है. आइए जानते हैं कैसे झूठ, चाल और लालच ने मिलकर एक हनीमून को खूनी साजिश में बदल दिया.
Raja Raghuvanshi Murder Case: झूठा उपवास, होटल में दावत
सोनम ने सास से कहा- “मेरा उपवास है”, लेकिन उसी वक्त वह होटल में खाना खा रही थी, 23 मई को दोपहर 1:43 बजे सोनम ने इंदौर में अपनी सास उमा रघुवंशी को कॉल किया, उमा ने पूछा, “बेटा, खाना खाया कि नहीं?” जवाब मिला – “मेरा व्रत है मम्मी. लेकिन एसआईटी ने होटल संचालक से पूछताछ में खुलासा किया कि सोनम उस दोपहर अकेली लौटी थी और भरपेट खाना खाया था, राजा उसके साथ नहीं था, इस विरोधाभास ने पुलिस को सोनम पर शक करने पर मजबूर किया.
गाइड के बयान से खुली पोल
गाइड अल्बर्ट ने बताया कि 23 मई को सुबह 10 बजे सोनम और राजा मावलखियात ट्रेक पर दिखे थे, सोनम पीछे-पीछे चल रही थी, इसी बयान के आधार पर पुलिस ने मोबाइल टावर लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड खंगाले, जिससे यह साफ हुआ कि राजा की हत्या उसी दिन दोपहर के आसपास हुई थी, जिस दिन सोनम ने सास से फोन पर बात की थी.
सोशल मीडिया पर हनीमून की कोई फोटो नहीं
राजा और सोनम 21 मई को शिलॉन्ग पहुंचे थे, लेकिन सोशल मीडिया पर कोई रोमांटिक फोटो या पोस्ट नहीं था, जो आमतौर पर हनीमून कपल्स शेयर करते हैं, इसने भी शक को मजबूत किया कि यह यात्रा हनीमून नहीं, हत्या की प्लानिंग थी.
20 लाख का लालच, 15 हजार एडवांस में दिए
आरोपियों ने कबूल किया कि जब उन्होंने हत्या से इनकार किया, तो सोनम ने 20 लाख देने का लालच दिया. हत्या के बाद सोनम लगातार जांच पर नजर रख रही थी, जब उसे खबर मिली कि उसका दोस्त राज कुशवाह इंदौर से गिरफ्तार हो चुका है, तब उसे एहसास हुआ कि उसकी पोल खुल चुकी है. इसके बाद उसने यूपी के एक ढाबे में खुद को सरेंडर करने का प्लान बनाया.
पूरी साजिश, लेकिन चूक कर गई सोनम
राज कुशवाह भले शिलॉन्ग नहीं गया, लेकिन उसकी भूमिका भी संदिग्ध है, सोनम ने इतनी चालाकी से साजिश रची थी कि तीनों आरोपी उसी होटल में नहीं ठहरे, जहां राजा और वह ठहरे थे,सुबह 5:30 बजे होमस्टे से चेकआउट करने का प्लान भी इसी साजिश का हिस्सा था.
3 आरोपियों को 7 दिनों की ट्रांजिट रिमांड
सोनम रघुवंशी को मेघालय पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है और उसे शिलांग ले जाया जा रहा है. वहीं, 3 अन्य आरोपी राज कुशवाहा, विशाल चौहान, आकाश राजपूत को आज कोर्ट में पेश किया गया था. इसके बाद कोर्ट ने आरोपियों को 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर शिलांग पुलिस को सौंप दिया है. एक अन्य आरोपी आनंद को अभी तक इंदौर नहीं लाया जा सका है. आनंद के इंदौर पहुंचने के बाद मंगलवार को उसे भी कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसके बाद सभी को फ्लाइट के जरिए शिलांग ले जाया जाएगा.