नई दिल्ली. 16 मई: Pahalgam Attack or Conspiracy : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने 26 लोगों की बर्बर तरीके से हत्या कर दी थी. इनमें से अधिकांश हिन्दू थे. आतंकियों ने टूरिस्ट से उनका धर्म पूछकर उनको गोली मारी. इस घटना से न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया स्तब्ध रह गई थी. भारत ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों और उनके आकाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. इंडियन आर्म्ड फोर्सेज ने मई में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के 9 ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया. इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के सैन्य बेस को निशाना बनाने की असफल कोशिश की थी.
Pahalgam Attack or Conspiracy आसिम मुनीर ने दिया था जहरीला बयान
अब पहलगाम अटैक से पहले आसिम मुनीर की ओर से दिए गए बयान को समझिए. मुनीर ने अपने बयान में हिन्दू और मुसलमान के बीच खाई पैदा करने वाला जहरीला बयान दिया था. बैसरन घाटी में नृशंस अटैक से पहले मुनीर का यह बयान सामने आया था. दरअसल, पाकिस्तान ने 13 से 16 अप्रैल तक इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानी सम्मेलन काआयोजन किया था. जनरल मुनीर ने इसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए टू स्टेट थ्योरी की बात कही थी.
हिंदू और मुसलमानों को एक दूसरे से बताया अलग
पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने हिंदू और मुसलमानों को एक दूसरे से अलग बताया था. इसी कार्यक्रम में उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान के गले की नस कहा था. मुनीर ने कहा था, ‘पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनाना, ताकि वो इसे न भूलें. हमारे पूर्वजों का मानना था कि हम हर तरह से हिंदुओं से अलग हैं. हमारा मजहब, रिवाज, परंपरा, सोच और मकसद सब अलग हैं.
पाकिस्तानी सेना में लादेन समर्थक का बेटा
बताया जाता है कि साल 1999 के कारगिल वॉर में ओसामा बिन लादेन द्वारा पाले-पोसे गए आतंकवादियों ने भी भारतीय सेना पर गोलियां बरसाई थीं. तोलोलिंग और बटालिक में अल कायदा के आतंकवादियों ने पाकिस्तान आर्मी के साथ मिलकर भारत के खिलाफ मोर्चा लिया था. भारतीय रणबांकुरों ने इन्हें धूल चटाई थी. पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब एक और हकीकत सामने आई है.