Ladli Behna Blood Letter: 23 जून 2025: मध्य प्रदेश में एक बार फिर शिक्षक भर्ती वर्ग-1 (2023) को लेकर वेटिंग अभ्यर्थियों की नाराज़गी सामने आई है, इस बार प्रदेश की लाड़ली बहनों ने अनोखे और भावनात्मक अंदाज़ में मुख्यमंत्री मोहन यादव से न्याय की मांग की है, भोपाल, इंदौर और दमोह की महिला अभ्यर्थियों ने इंजेक्शन से अपना खून निकालकर सीएम को पत्र लिखा है, इस खून से लिखी चिट्ठी में उन्होंने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए सीएम से नियुक्ति की गुहार लगाई है.
“मोहन भैया, हमारी पुकार सुनिए”
लाड़ली बहनों ने पत्र में लिखा है—“हमने सालों मेहनत की है, चयन सूची में नाम भी आया, फिर भी नियुक्ति नहीं हुई, हमारी पुकार सुनिए भैया, आप ही हैं जो हमारी बात समझ सकते हैं” महिलाओं ने यह भी याद दिलाया कि पिछले रक्षाबंधन पर भी उन्होंने सीएम को संदेश भेजा था कि वेटिंग में रहीं उनकी ‘लाड़ली बहनों’ को नियुक्ति देकर सम्मानित करें.
Ladli Behna Blood Letter: “हमें भी चाहिए हमारा हक”
महिला अभ्यर्थियों ने चिट्ठी में साफ कहा है, “हम लाड़ली बहनें हैं, लेकिन हमें दया नहीं, हमारा हक चाहिए,” उन्होंने मांग की है कि शिक्षक वर्ग-1 के शेष खाली पदों पर तुरंत द्वितीय काउंसलिंग आयोजित कर उन्हें नियुक्ति दी जाए.
अभ्यर्थियों में नाराज़गी
वेटिंग शिक्षक संघ के अध्यक्ष निलेश गौतम ने इस पूरे मामले में सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया, उन्होंने कहा, “2011 और 2018 में भी द्वितीय काउंसलिंग के ज़रिए वेटिंग अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली थी। लेकिन 2023 में इस प्रक्रिया को ही रोक दिया गया, गौतम ने बताया कि इस वजह से सैकड़ों योग्य उम्मीदवार आज भी भटकने को मजबूर हैं.
Ladli Behna Blood Letter:2900 से अधिक पद अब भी खाली
शिक्षक भर्ती 2023 के तहत कुल 8,720 पदों के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन अब तक सिर्फ 5,053 पदों पर ही नियुक्ति हो सकी है, करीब 2,901 पद आज भी खाली हैं, अभ्यर्थियों का आरोप है कि चयन सूची में नाम होने के बावजूद उन्हें नज़रअंदाज़ किया गया.
उधर, शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग दोनों ने दिसंबर 2024 में क्रमशः 48,223 और 10,501 नए पदों को मंज़ूरी दी है, ऐसे में सवाल उठता है कि जब हजारों नए पदों के लिए भर्ती संभव है, तो वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति से वंचित क्यों रखा जा रहा है?