kachra cafe: 23 जून 2025: शहर की सफाई व्यवस्था को नई दिशा देने के लिए नगर निगम एक अनोखी पहल करने जा रहा है, ‘कचरा कैफे’ नाम से शुरू हो रही यह योजना न सिर्फ स्वच्छता को बढ़ावा देगी, बल्कि आम नागरिकों को कचरा प्रबंधन में भागीदार भी बनाएगी, इस अभिनव मॉडल के तहत लोग अपने घर या दुकान से निकलने वाला प्लास्टिक व अन्य ठोस कचरा लाकर भोजन, राशन या नकद राशि पा सकेंगे.
Kachra cafe: कचरे का सही मूल्य
इस पहल के तहत नगर निगम प्लास्टिक कचरे की कीमत बाजार दर से अधिक यानी 20 रुपए प्रति किलो देगा, जबकि आमतौर पर बाजार में इसकी कीमत 15 रुपए किलो होती है, इससे लोग प्रोत्साहित होंगे कि वे अपना कचरा सीधे यहां जमा करें, जिससे शहर में बेतरतीब फेंके जाने वाले प्लास्टिक कचरे की मात्रा में कमी आएगी.
50% प्लास्टिक होता है प्रतिबंधित
नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में निकलने वाले कुल प्लास्टिक कचरे का 50 फीसदी हिस्सा प्रतिबंधित प्लास्टिक होता है, जिसे अलग करना और निपटाना अब इस योजना के माध्यम से आसान होगा.
क्या-क्या मिलेगा कचरे के बदले
- भोजन: थोड़ी मात्रा में भी कचरा लाने पर लोगों को छोले-चावल और सब्जी जैसे पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराए जाएंगे।
- किराना: बड़ी मात्रा में कचरा देने पर आवश्यक राशन सामग्री भी प्राप्त की जा सकेगी।
- नकद राशि: चाहने पर कैश भी दिया जाएगा।
Kachra cafe: महिलाओं को मिलेगा सशक्तिकरण का मंच
इस कैफे का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा, जिससे न केवल उन्हें रोजगार मिलेगा बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक ठोस कदम साबित होगा.
जागरूकता और प्रोत्साहन, साथ-साथ
यह कैफे न केवल एक लेन-देन का स्थान होगा, बल्कि एक जागरूकता केंद्र की तरह भी काम करेगा, यहां लोग कचरे को अलग करने, पुनर्चक्रण की महत्ता और पर्यावरण संरक्षण के उपायों को भी सीख सकेंगे.
Kachra cafe: ई-कचरे से लेकर कागज तक
यहां ई-कचरा, कागज और अन्य ठोस अपशिष्ट को भी उपचार योग्य रूप में संग्रह किया जाएगा, ताकि उन्हें सही तरीके से रिसाइकिल किया जा सके.
कहां-कहां शुरू होगा कचरा कैफे?
शुरुआत में यह कैफे शहर के तीन प्रमुख स्थानों पर खोले जाएंगे, ताकि नागरिक आसानी से अपने नजदीकी केंद्र पर कचरा जमा कर इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें.