Jai Hind Yatra, 31 मई 2025: मध्यप्रदेश में आज दो बड़े आयोजन हुए. भोपाल में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नारी शक्ति महासम्मेलन’ को संबोधित किया, वहीं जबलपुर में कांग्रेस ने ‘जय हिंद सभा’ का आयोजन किया. इस सभा में केंद्र सरकार की सैन्य और विदेश नीतियों पर तीखे सवाल उठाए गए.
जय हिंद सभा में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और सज्जन सिंह वर्मा मौजूद रहे. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने मंच पर जाने की बजाय आम लोगों के बीच बैठकर सभा में हिस्सा लिया.
Jai Hind Yatra: सेना देश की है, किसी पार्टी की नहीं- भूपेश बघेल
भूपेश बघेल ने शौर्य स्मारक पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “सेना किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है. उनके पराक्रम पर कोई सवाल नहीं, लेकिन सरकार की मंशा और फैसलों की पारदर्शिता पर सवाल हैं.” उन्होंने पहलगाम में मारे गए चार आतंकियों की पहचान अब तक सार्वजनिक न होने पर सवाल उठाया और पूछा कि सरकार ऐसा क्यों नहीं कर पाई.
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण दिया और कहा, “इंदिरा जी ने पाकिस्तान से लड़कर बांग्लादेश बनवाया था. आज देश की स्थिति सबके सामने है.”
सरकार की नियत मे खोट कब होगी जातिगत जनगणना- उमंग सिंघार
उमंग सिंहार ने सभा से पहले शौर्य स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “इन वीरों का साहस, त्याग और राष्ट्रभक्ति भारत की आत्मा में सदा अमिट रहेगा. उनकी वीरगाथा हमें मातृभूमि के लिए जीने और मरने की प्रेरणा देती है.”
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि देश के प्रति समर्पण, सम्मान और सेवा का अवसर है.” उन्होंने कहा की राहुल गांधी के निरंतर संघर्ष के कारण भाजपा सरकार को कांग्रेस की पुरानी मांग, जातिगत जनगणना, को स्वीकार करना पड़ा. यह भी दावा किया कि बिहार मे चुनाव आने वाले है इसीलिए बीजेपी ने काँग्रेस की जातिगत जनगणना की मांग को मान लिया.
उन्होंने केंद्र सरकार की सैन्य नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “अगर सेना को पूरी छूट दी जाती, तो POK पर आज तिरंगा लहराता.”
मध्यप्रदेश झूठ और भ्रष्टाचार की राजधानी बन गया: कमलनाथ
उन्होंने 1971 के बांग्लादेश युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय इंदिरा गांधी ने अमेरिका के दबाव को नजरअंदाज कर मजबूत फैसले लिए थे.
कमलनाथ ने भूपेश बघेल की ओर देखते हुए कहा, “मध्यप्रदेश आज झूठ, भ्रष्टाचार, महिला अपराध और किसान विरोधी नीतियों की राजधानी बन गया है. बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. अगर नौजवानों का भविष्य अंधेरे में रहेगा, तो प्रदेश का विकास कैसे होगा?”
जय हिंद सभा में ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सैनिकों को सम्मानित किया गया. कांग्रेस नेताओं ने इसे सिर्फ राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि देशभक्ति और जन-जागरण का मंच बताया.
बता दें कि इस आयोजन में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा रद्द हो गया, जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा देखी गई.