13 Year Old Girl Kidnapping Plan: 30 जून 2025: जबलपुर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां 13 साल की सातवीं कक्षा की छात्रा ने मां की डांट से नाराज होकर अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रच दी, बच्ची ने घर में खुद के अपहरण का नोट छोड़कर फरार हो गई, मामले की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर से भोपाल तक पुलिस को अलर्ट कर दिया गया, हालांकि, 5 घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची को पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर लिया.
फर्जी नोट और 15 लाख फिरौती की मांग
घटना रविवार दोपहर खमरिया थाना क्षेत्र की प्रियदर्शनी कॉलोनी की है, बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि वह रोज़ की तरह काम पर गई थीं, लौटने पर बच्ची घर पर नहीं थी,उन्होंने आसपास तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला, बाद में बच्ची के कमरे में एक हाथ से लिखा नोट मिला, जिसमें लिखा था—“आपकी बच्ची हमारे पास है, अगर उसे सही-सलामत वापस चाहते हो तो 15 लाख रुपए की व्यवस्था कर लो, पुलिस को बताया तो अंजाम बुरा होगा, यह नोट पढ़ते ही परिजन घबरा गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई.
13 Year Old Girl Kidnapping Plan: CCTV फुटेज से सुराग मिला
सूचना मिलते ही सीएसपी सतीष साहू और खमरिया थाना प्रभारी सरोजनी चौकसे टीम के साथ मौके पर पहुंचे, पास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए और ऑटो चालकों से पूछताछ की गई, एक ऑटो चालक ने बताया कि वह बच्ची को सदर इलाके में छोड़कर आया था. इसके बाद बच्ची की तस्वीर के आधार पर पुलिस ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया और करीब 5 घंटे बाद बच्ची को सदर की गली नंबर 7 में अकेले घूमते हुए खोज निकाला.
किराए का कमरा ढूंढ रही थी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि बच्ची को मोबाइल चलाने, दोस्तों से बात करने और लिपस्टिक लगाने से मना किया गया था, इससे नाराज होकर उसने यह कदम उठाया, बच्ची जानती थी कि बाहर रहने के लिए पैसों की जरूरत होगी, इसलिए उसने घर में रखी अपनी गुल्लक तोड़ी और घर से निकल गई, वह किराए का कमरा तलाश रही थी ताकि बिना किसी रोक-टोक के रह सके.
13 Year Old Girl Kidnapping Plan: हाथ से लिखा था अपहरण का नोट
सीएसपी सतीष साहू ने बताया कि नोट की लिखावट को बच्ची की कॉपी से मिलाया गया, जिससे साजिश का खुलासा हो गया, पूछताछ में बच्ची ने बताया कि वह एक महीने तक बिना डांट-फटकार के रहना चाहती थी, इसलिए अपने ही अपहरण की कहानी गढ़ दी.
अकेलेपन के कारण बनाई योजना
बताया गया कि बच्ची की मां प्राइवेट नौकरी करती हैं, पिता से 12 साल पहले विवाद के बाद वे नानी और मां के साथ प्रियदर्शनी कॉलोनी में रह रही है, मां के काम पर होने के कारण बच्ची अक्सर अकेली रहती है और उसी अकेलेपन में यह योजना बनाई.