शिवराज की पदयात्रा में दिखा पारिवारिक समर्थन के साथ शिवराज का मध्यप्रदेश प्रेम 

Shivraj Chouhan Padyatra: 26 मई: केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार, 25 मई को अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा के लाडकुई गांव से पदयात्रा की शुरुआत की। इस पदयात्रा में शिवराज की पत्नी साधना सिंह और बेटे कार्तिकेय के साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पासआउट बहू अमानत भी गांवों में पदयात्रा कर रही हैं। यहां लोगो ने शिवराज को कंधे पर उठा लिया। इसके बाद वे परिवार के साथ जमकर थिरके। पदयात्रा में पत्नी साधना सिंह, बड़े बेटे कार्तिकेय और बहू अमानत भी शामिल हुई। उन्होंने पदयात्रा को लेकर कहा कि न दिन- न रात, पैदल चल चला शिवराज। ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि भारत की ताकत सभी ने देखी। ये नया भारत है, जिसने कह दिया कि हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन अगर किसी ने छेड़ा तो छोड़ेंगे नहीं। ऐसा भारत सबके सामने सीना तानकर खड़ा करना है। बता दें कि इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने 1991 में विदिशा जिले में पदयात्रा निकाली थी। तब उन्हाने पूरे संसदीय क्षेत्र का दौरा किया था।

Shivraj Chouhan Padyatra: क्या था पदयात्रा का उद्देश्य

शिवराज ने कहा कि ये विकसित भारत मोदी जी का संकल्प है और ये विकसित भारत मेरे जीवन का मंत्र बन गया है। इसका मतलब लाडकुई और हमारे हर गांव विकसित हों। ये काम अकेले मंत्री, मुख्यमंत्री विधायक-सांसद नहीं कर सकते। सबको अपना योगदान देना होगा।

 पहली सभा में शिवराज ने पुलिस चौकी लाडकुई के सामने लगे मंच पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत का मतलब ऐसा भारत जहां, सड़क-बिजली-पानी का जाल बिछा हो। जहां खेती उन्नत होती हो, मां-बहन-बेटियों का सम्मान हो। बच्चे ठीक से पढ़ते हों, हर परिवार रोजगार से जुड़ा हो। कोई भूखा न सोए, इलाज की बेहतर सुविधाएं हों। जिंदगी लोग आराम से बिताएं।

शिवराज ने कहा – खेतों की पूरी कुंडली बनाकर लाए हैं

शिवराज ने कहा- मैं आज अकेला नहीं आया हूं। देश के जाने-माने साइंटिस्ट भी साथ आए हैं। आईसीएआर के डीजी एमएल जाट भी यहां आए हैं। ये किसानों से चर्चा करेंगे। खेती में अधिकतम उत्पादन कैसे हो, इसके लिए यहां के गांवों के खेतों की पूरी कुंडली बनाकर लाए हैं। तो कार्यक्रम कोई ऐसा कर्मकांड नहीं कि बस आंधी नहीं तूफान है, शिवराज सिंह चौहान है। इसमें हम किसानों, आदिवासी भाइयों-बहनों, नौजवानों, पीएम आवास के हितग्राहियों से गंभीर चर्चा करने वाले हैं। जिलाधीश सहित प्रशासन के सारे मित्र बैठकर सोचेंगे कि क्या बेहतर कर सकते हैं।

Shivraj Chouhan Padyatra: कहा- बेटी बनकर सेवा करूंगी

अमानत ने कहा कि भैरूंदा की धरती पर उनका जो स्वागत हुआ है, उससे वह अभिभूत हैं। उन्होंने कार्तिकेय सिंह की पत्नी और क्षेत्र की बेटी के रूप में जनता की सेवा करने का वादा किया। यह कार्यक्रम राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान बुदनी-भैरूंदा क्षेत्र को अपना परिवार मानते हैं और कई बार सार्वजनिक मंचों पर कह चुके हैं कि यहां आने के लिए उनका मन हमेशा आतुर रहता है।

किसान-वैज्ञानिक चर्चा करेंगे, एक दिन में दो-दो कार्यक्रम

29 तारीख से देश के 6 हजार कृषि वैज्ञानिक निकलने वाले हैं। सीहोर जिले में भी वैज्ञानिकों की 3 टीमें आ रहीं हैं। एक दिन में दो-दो कार्यक्रम होंगे। 10–15 गांवों के बीच में किसान और वैज्ञानिक बैठकर चर्चा करेंगे। किसानों की दिक्कतों को समझते हुए शोध किए जाएंगे।

जब विकसित भारत के लिए पैदल चलना था तो सामने बैठा परिवार आया तो ये परिवार भी आया। हमने कहा चले चलो। अब ये बहू भी देखेगी कि बड़ा परिवार है। इस बीच साधना सिंह ने टोका- बहू नहीं बेटी कहिए। शिवराज भी कहते हैं, हां…बहू नहीं बेटी।

विकसित गांव बनाना हमारा लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री शिवराज ने कहा कि हमारा लक्ष्य विकसित भारत बनाना है। इसके लिए विकसित गांव बनाने होंगे। स्थानीय लोगों को इसमें सहभागिता करनी पड़ेगी। गांव में सफाई, जल व्यवस्था, आंगनवाड़ी, स्कूल, महिला स्वावलंबन, बेहतर रोजगार को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा मैं पैदल चलूंगा तो आपके मन में भी भाव उठेगा कि मंत्री होकर पैदल चल रहा है, हमें भी अपने गांव के लिए कुछ करना होगा।

यात्रा सफल तो बाकी से भी पैदल निकलने कहूंगा

शिवराज ने कहा कि दिन न रात पैदल चला चल शिवराज…. अगर यह यात्रा सफल होती है तो बाकी लोगों को भी पैदल निकलने कहूंगा। उन्होंने कहा कि यात्रा में प्रशासन और नागरिक शामिल रहेंगे। सभी साथ मिलकर सरकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने पर विचार करेंगे। जल्द ही वैज्ञानिकों की एक टीम सीहोर जिले में आएगी, जो मिट्टी की उर्वरक क्षमता की जांच करेगी। इसके आधार पर किसानों को खेती संबंधी सलाह दी जाएगी।

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