road submerged in water: 14july2025: मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश जहां एक ओर लोगों को राहत दे रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी निर्माण कार्यों की पोल भी खोल रही है, ताजा मामला इंदौर का है, जहां महज सात महीने पहले 37 करोड़ की लागत से बनी सड़क पहली ही बारिश में उखड़ गई, यह सड़क राऊ गोल चौराहे पर बनाए गए ब्रिज का हिस्सा है, जिसका उद्घाटन जनवरी 2025 में सांसद शंकर लालवानी और विधायक मधु वर्मा ने किया था.
road submerged in water: वाहन फंसने या पलटने का खतरा
बारिश के बाद सड़क की हालत ऐसी हो गई है कि सड़क की ऊपरी परत पूरी तरह से बह चुकी है, गिट्टी-बजरी बाहर आ गई है और एक बड़ा गड्ढा बन गया है, जिसमें पानी भर गया है, गड्ढा इतना गहरा हो गया है कि किसी तेज रफ्तार वाहन के उसमें फंसने या पलटने का खतरा बना हुआ है.
सड़क सात महीने भी क्यों नहीं टिक पाई?
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि करोड़ों खर्च करने के बावजूद सड़क की ये हालत है जिम्मेदार एजेंसियों की लापरवाही और मिलीभगत को दर्शाती है, लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद सड़क सात महीने भी क्यों नहीं टिक पाई? इस मामले को लेकर अब स्थानीय प्रशासन और NHAI की जवाबदेही तय करने की मांग उठ रही है। वहीं, जनप्रतिनिधियों द्वारा उद्घाटन के समय किए गए वादे भी सवालों के घेरे में हैं.
road submerged in water: भ्रष्टाचार और घटिया क्वालिटी की सड़क
पुलिस ने मौके पर बैरिकेड्स लगाकर आवाजाही को नियंत्रित करने की कोशिश की है और वाहन चालकों को सावधानी से चलने की हिदायत दी जा रही है, हालांकि, इस घटनाक्रम ने एक बार फिर सरकारी निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और घटिया क्वालिटी की पोल खोल दी है.इंदौर जैसे स्मार्ट सिटी में इस तरह की घटनाएं साफ दर्शाती हैं कि विकास कार्यों में गुणवत्ता के बजाय केवल दिखावे पर ध्यान दिया जा रहा है.