Rahul Gandhi Bhopal Visit, 3 जून 2025: मध्यप्रदेश के दौरे पर आए कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी संगठन को लेकर बड़ा संदेश दिया। राजधानी भोपाल में उन्होंने ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करते हुए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से साफ कहा, “नेताओं के चक्कर लगाना छोड़ो, अब मैदान में उतरने वाले कार्यकर्ताओं की जरूरत है।”
राहुल गांधी ने बैठक में कार्यकर्ताओं को सक्रियता और जिम्मेदारी की सीख दी। उन्होंने कहा कि पार्टी को ऐसे 55 नेता चाहिए जो मध्यप्रदेश में कांग्रेस का भविष्य बना सकें। इस दौरान उन्होंने घोड़ों का उदाहरण देते हुए अपनी बात को स्पष्ट किया, “तीन तरह के घोड़े होते हैं लंगड़ा घोड़ा, शादी वाला घोड़ा और रेस का घोड़ा। लंगड़ा घोड़ा घर जाए, शादी वाला शादी में और रेस का घोड़ा मैदान में आए। हमें अब रेस के घोड़े की जरूरत है।”
बयानबाज़ी पर लगाम की चेतावनी
बैठक में राहुल गांधी ने यह भी साफ कर दिया कि ऐसे नेता जो अनर्गल बयान देकर भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाते हैं, उन पर अब कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में दो-तीन नेता ऐसे हैं जो गैर-जिम्मेदाराना बयानों से नुकसान कर रहे हैं और अब यह सहन नहीं किया जाएगा।
राहुल गांधी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को जूते पहनकर पुष्पांजलि देने की घटना पर भी विवाद खड़ा हो गया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह हमारे संस्कार नहीं हैं।” इस टिप्पणी के बाद भाजपा की ओर से तीखी बयानबाज़ी देखने को मिल रही है।
Rahul Gandhi Bhopal Visit
कांग्रेस की ओर से यह दौरा आगामी विधानसभा उपचुनावों और संगठन के ढांचे को मज़बूत करने की दृष्टि से अहम माना जा रहा है। राहुल गांधी के इस दौरे को कार्यकर्ताओं को सीधे जोड़ने और जमीन पर एक्टिव नेताओं की छंटनी की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में स्पष्ट संदेश दिया कि अब पार्टी ऐसे चेहरों की तलाश में है जो न केवल सक्रिय हों, बल्कि राजनीतिक दौड़ में टिक सकें। संगठन सृजन अभियान की शुरुआत इसी दिशा में पहला कदम मानी जा रही है।