Rahul Gandhi Bhopal Visit, 2 जून 2025: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 3 जून को भोपाल में संगठन सृजन अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे। गुजरात के बाद अब मध्य प्रदेश कांग्रेस में संगठन के पुनर्गठन की कोशिशें तेज़ होने जा रही हैं। राहुल गांधी इस सिलसिले में राजधानी में छह घंटे बिताएंगे और तीन अहम बैठकें करेंगे।
Rahul Gandhi Bhopal Visit
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश के लिए 61 ऑब्जर्वर्स नियुक्त किए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, असम और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों के सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इन सभी को एक-एक जिले में भेजा जाएगा। प्रत्येक ऑब्जर्वर के साथ चार सहयोगी पर्यवेक्षक भी रहेंगे, जिन्हें मप्र कांग्रेस ने नामित किया है।
भोपाल में ऑब्जर्वर्स और अन्य मेहमानों के लिए करीब 70 होटल रूम बुक किए गए हैं। रेडिसन होटल, अशोका और जहांनुमा पैलेस प्रमुख ठहराव स्थल हैं।
राहुल गांधी का 3 जून का शेड्यूल
- 10:20 AM – भोपाल एयरपोर्ट पर आगमन
- 11:00 AM – 12:00 PM – राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की बैठक (PCC, तीसरी मंज़िल)
- 12:00 PM – 12:30 PM – विधायकों और सांसदों के साथ बैठक (PCC, पहली मंज़िल)
- 12:30 PM – 1:30 PM – AICC ऑब्जर्वर्स और PCC प्रभारियों की संयुक्त बैठक (PCC सभागार)
- 2:30 PM – 4:00 PM – जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, PCC व AICC डेलीगेट्स का अधिवेशन (रवींद्र भवन)
- 4:20 PM – भोपाल से रवाना
अलग-अलग जगहों पर स्वागत की तैयारी
राहुल गांधी के स्वागत के लिए भोपाल की कई लोकेशनों पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा तैयारियां की गई हैं। एयरपोर्ट से लेकर न्यू मार्केट तक अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग नेता अपने समर्थकों के साथ स्वागत करेंगे।
क्या है संगठन सृजन अभियान?
गुजरात से शुरू हुआ संगठन सृजन अभियान अब मध्य प्रदेश में पहुंचा है। इस अभियान का उद्देश्य कांग्रेस संगठन की ज़मीनी हकीकत को जानना और नए सिरे से पार्टी ढांचे को मज़बूत करना है। इसके तहत AICC और PCC की संयुक्त टीम हर जिले में जाकर संगठन की समीक्षा करेगी।
टीमें यह जानेंगी कि किन क्षेत्रों में कांग्रेस मज़बूत है, पुराने कार्यकर्ता कहां-कहां सक्रिय हैं और कौन से नेता या कार्यकर्ता पार्टी के भीतर रहकर विरोधी दलों को लाभ पहुँचा रहे हैं।
इस प्रक्रिया के दौरान जिलाध्यक्षों के लिए संभावित नामों का एक पैनल भी तैयार किया जाएगा। ऑब्जर्वर्स यह भी देखेंगे कि कौन-से कार्यकर्ता विचारधारा से जुड़े हैं, और उनकी नेतृत्व क्षमताएं कैसी हैं।
Rahul Gandhi Bhopal Visit: रिपोर्ट सीधे दिल्ली भेजी जाएगी
जिले से जो भी जानकारी मिलेगी, वह सीधी दिल्ली स्थित केंद्रीय नेतृत्व – मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल – तक पहुंचेगी। यानी प्रदेश कांग्रेस को इस अभियान की फील्ड रिपोर्ट्स नहीं मिलेंगी।
कई बार प्रभावशाली नेताओं या विधायकों के इर्द-गिर्द ही स्थानीय संगठन खड़ा किया जाता है। जब वे नेता पार्टी छोड़ते हैं, तो पूरा ढांचा ध्वस्त हो जाता है। इसी को रोकने के लिए यह पहल की गई है – ताकि संगठन व्यक्ति आधारित नहीं, विचार आधारित और स्वतंत्र रूप से मज़बूत हो सके।
जातीय जनगणना पर चर्चा भी एजेंडे में
इस दौरे में राहुल गांधी विधायकों और सांसदों से जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे। कांग्रेस ने इस मांग को जोर-शोर से उठाया था, जिस पर केंद्र सरकार ने हाल ही में कास्ट सेंसस कराने की घोषणा की है। प्रदेश कांग्रेस इस मुद्दे पर राहुल गांधी को धन्यवाद देगी।