NEET UG Result 2025, भोपाल, 14 जून 2025: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को नीट यूजी-2025 के नतीजे घोषित कर दिए। मध्यप्रदेश के इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने 99.9 पर्सेंटाइल के साथ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 2 हासिल की है। इस उपलब्धि पर उत्कर्ष का कहना है कि उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने कड़ी मेहनत, नियमित मॉक टेस्ट और परिवार-शिक्षकों के सहयोग को दिया।
NEET UG Result 2025: पढ़ाई में अनुशासन, सोशल मीडिया से दूरी
उत्कर्ष ने बताया कि उन्होंने 11वीं कक्षा से नीट की तैयारी शुरू की थी, लेकिन 10वीं से ही कोचिंग जॉइन कर ली थी। रोज़ाना 10-12 घंटे पढ़ाई, क्लास में फोकस और नियमित प्रैक्टिस उनकी रणनीति का हिस्सा रहा। उन्होंने कहा, “मैं क्लास में 60% सिलेबस पूरा कर लेता था। घर पर प्रश्नपत्र हल करने और टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान देता था।” बायोलॉजी उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती थी, क्योंकि यह NCERT आधारित है और हर चीज़ को बहुत ध्यान से याद करना पड़ता है।
सोशल मीडिया से दूरी रखना उनकी सफलता का एक बड़ा कारण रहा। उत्कर्ष ने बताया, “मैं हफ्ते में सिर्फ़ एक बार सोशल मीडिया खोलता था। कीपैड फोन इस्तेमाल करता था और पढ़ाई के लिए टैबलेट भी सिर्फ़ रविवार को यूज़ करता था।” दूसरों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, “जो करना है, आज ही करें। हर काम उसी दिन पूरा करें और नीट के सवालों की अच्छी प्रैक्टिस करें।”
उत्कर्ष की मां आशिया अवधिया ने बताया कि उनके दादा का सपना था कि उनका बेटा डॉक्टर बने। अब यह सपना उत्कर्ष पूरा कर रहा है। उनके पिता आलोक अवधिया ने कहा, “उत्कर्ष शुरू से पढ़ाई को लेकर गंभीर रहा। उसे चेस खेलने का भी शौक है। सोशल मीडिया से दूरी ने उसका फोकस बनाए रखा।”
उत्कर्ष ने बताया, “दोपहर 1 बजे मैं सो रहा था। मम्मी ने जगाकर बताया कि मेरी दूसरी रैंक आई है। पहले तो यकीन नहीं हुआ। मुझे लगता था कि मेरी रैंक 20-25 के बीच आएगी।” अब उनकी नज़र दिल्ली के एम्स पर है। वे मेडिसिन में करियर बनाना चाहते हैं, लेकिन भविष्य में अन्य विकल्पों पर भी विचार करेंगे।
नीट 2025 में मध्यप्रदेश के अन्य टॉपर्स में अगम जैन (रैंक 45), अनुभव पांडे (रैंक 79) और मोहित भारती (रैंक 82) शामिल हैं।
इंदौर में परीक्षा में हुई गड़बड़ियाँ
इंदौर में 4 मई को नीट परीक्षा के लिए 49 केंद्र बनाए गए थे, जहां करीब 27,000 छात्रों ने हिस्सा लिया। लेकिन तेज़ बारिश और 120 किमी/घंटे की रफ्तार वाली आंधी ने बिजली व्यवस्था ठप कर दी। 11 केंद्रों पर बिजली गुल होने से अंधेरा छा गया। कई छात्रों को मोमबत्ती और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पेपर देना पड़ा। इससे 600 छात्रों की परीक्षा प्रभावित हुई। इसके खिलाफ 75 छात्रों ने इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जो अभी विचाराधीन है।
मध्यप्रदेश में MBBS की कुल 4,938 सीटें हैं, जिनमें 17 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 2,488 और 13 निजी कॉलेजों में 2,450 सीटें शामिल हैं। इसके अलावा, 13 निजी डेंटल कॉलेजों में BDS की 1,220 सीटें हैं। काउंसलिंग में MBBS और BDS दोनों के लिए दाखिला होगा।
NEET UG Result 2025: हाईकोर्ट में मामला
इंदौर में बिजली गुल होने के कारण प्रभावित छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। 15 मई को पहली सुनवाई में रिजल्ट पर रोक लगाई गई। 19 मई को NTA ने जवाब पेश किया। 22 मई को सॉलिसिटर तुषार मेहता ने सुझाव दिया कि 24 केंद्रों के मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई जाए। 26 मई तक याचिकाकर्ताओं की संख्या 60 हो गई, जबकि प्रभावित छात्रों की संख्या 2,000 से अधिक थी। 9 जून को हुई सुनवाई में कोर्ट ने बाकी छात्रों का रिजल्ट जारी करने के आदेश दिए। मामला अभी भी कोर्ट में है।