MPPKVVCL Result 2025, 2 जून 2025: मध्य प्रदेश के बिजली विभाग में ग्रुप-3 और ग्रुप-4 के करीब 2,573 पदों पर भर्ती को लेकर जारी हुआ संशोधित रिजल्ट भी विवादों से अछूता नहीं रहा। मार्च में हुई इस भर्ती परीक्षा के पहले परिणाम को आपत्तियों के बाद रोका गया था, लेकिन अब जो संशोधित रिजल्ट आया है, वह भी उम्मीदवारों की शंकाओं और नाराजगी का कारण बन गया है।
MPPKVVCL Result 2025: क्या है विवाद का मूल कारण?
असिस्टेंट ग्रेड-3 पद के लिए परीक्षा 20 मार्च की दूसरी पाली और 21 मार्च की तीन पालियों में आयोजित हुई थी। नियम के अनुसार सभी पालियों के अंकों को मेरिट में शामिल किया जाना था, लेकिन शुरू में 20 मार्च की दूसरी पाली के अंक मेरिट में जोड़े ही नहीं गए। आपत्तियां दर्ज हुईं, तो रिजल्ट होल्ड कर नया रिजल्ट जारी किया गया।
लेकिन संशोधित रिजल्ट में भी यह पाली लगभग हाशिये पर ही रही। कुल 545 चयनित उम्मीदवारों में से केवल 20 ही 20 मार्च की दूसरी पाली से आए हैं, जबकि बाकी 525 उम्मीदवार 21 मार्च की तीन पालियों से हैं। इस असमानता को लेकर उम्मीदवारों ने फिर आपत्ति जताई है।
कटऑफ से ऊपर अंक, फिर भी नहीं हुआ चयन
कई उम्मीदवारों ने दावा किया है कि उनके अंक घोषित कटऑफ से अधिक हैं, लेकिन उन्हें चयन सूची में जगह नहीं मिली। इस पर बिजली कंपनी का तर्क है कि परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन फार्मूला लागू किया गया था, जिससे अंकों में फेरबदल हुआ। हालांकि, अभी तक नॉर्मलाइजेशन के बाद की अंकसूची जारी नहीं की गई है, जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
MPPKVVCL Result 2025: रिक्त पदों पर भी सस्पेंस बरकरार
कंपनी ने असिस्टेंट ग्रेड-3 के कुल 818 पदों में से 87% यानी 717 पदों पर मेरिट लिस्ट जारी की, लेकिन चयन सूची में सिर्फ 545 नाम ही शामिल किए गए हैं। बाकी बचे 172 पदों के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। यह भी सवाल खड़ा कर रहा है कि क्या सभी योग्य उम्मीदवारों को वाजिब मौका मिला?
रिजल्ट में चयनित उम्मीदवारों की सूची केवल रोल नंबर क्रम में जारी की गई है, यानी किसे कितने अंक मिले, यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। टॉपर कौन है, यह भी स्पष्ट नहीं है। इससे मेरिट में पारदर्शिता पर सवाल उठना लाजिमी है।
विपक्ष ने भी उठाए सवाल
इस पूरे मामले पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “बिजली विभाग में यह कोई तकनीकी गलती नहीं बल्कि भ्रष्टाचार की कहानी है। रिजल्ट पहले जारी कर बधाइयां दी गईं, फिर वेबसाइट से हटा लिया गया। 70-80 नंबर लाने वाले अभ्यर्थी बाहर हैं, तो चयनित कौन हुआ?”
कटऑफ सूची हुई जारी, लेकिन अंक अभी भी गायब
हालांकि भर्ती एजेंसी ने पद और श्रेणी के अनुसार कटऑफ सूची तो जारी कर दी है, लेकिन इससे भी कई सवाल सुलझे नहीं हैं। Office Assistant Grade-III पद के लिए सामान्य वर्ग का कटऑफ 83.77%, महिला का 80.34%, ओबीसी का 82.81%, एससी का 77.86% और एसटी का 71.94% रहा।
उम्मीदवारों की मांग है कि नॉर्मलाइजेशन के बाद की अंकसूची और मेरिट का आधार सार्वजनिक किया जाए। साथ ही, यह भी स्पष्ट किया जाए कि बचे हुए पदों पर चयन कब और कैसे होगा।
इस मामले ने एक बार फिर सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर दिया है। उम्मीदवार अब न्यायिक प्रक्रिया या अगली कार्यवाही का इंतजार कर रहे हैं।