Mp news:1july 2025: मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत 1000 करोड़ रुपए की कथित कमीशन की शिकायत पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके को क्लीन चिट मिल गई है, विभाग के प्रमुख अभियंता संजय कुमार अंधवान की ओर से की गई जांच में यह आरोप तथ्यहीन, झूठे और दुर्भावनापूर्ण पाए गए हैं.
यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब पूर्व विधायक किशोर समरीते ने प्रधानमंत्री को 12 अप्रैल 2025 को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि जल जीवन मिशन में केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 30,000 करोड़ में से 1,000 करोड़ की कमीशनखोरी हुई है, जिसमें मंत्री का नाम सामने रखा गया.
जांच रिपोर्ट में क्या निकला?
प्रमुख अभियंता संजय अंधवान ने बताया कि समरीते की शिकायत में कोई ठोस सबूत नहीं थे, शिकायत में जिस दस्तावेज का हवाला दिया गया है, वह सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त विभागीय पत्र है, जिसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. उन्होंने बताया कि बालाघाट खंड के कार्यपालन यंत्री ने खुद समरीते को यह जानकारी दी थी कि जल जीवन मिशन में कोई अनियमितता नहीं हुई, बावजूद इसके उन्हीं तथ्यों को सार्वजनिक रूप से गलत ढंग से पेश किया गया.
Mp news: मंत्री पर लगे सारे ‘बेबुनियाद‘
जांच रिपोर्ट में यह भी साफ किया गया है कि प्रमुख अभियंता (मैकेनिकल संकाय) की जिम्मेदारी निविदाएं जारी करना नहीं होती, इसलिए मंत्री या उनके अधीन किसी अधिकारी पर कमीशन से जुड़ा आरोप तथ्यों से परे है.
प्रमुख अभियंता ने यह भी बताया कि जल जीवन मिशन की योजनाएं फील्ड स्तर पर क्रियान्वित की जाती हैं और भुगतान की प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर माप पुस्तिकाओं सत्यापन के बाद ही होती है,ऐसे में शीर्ष स्तर के अधिकारियों पर अनियमितता के आरोप लगाना निरर्थक है.
Mp news: 70% से ज्यादा घरों तक पहुंचा नल का जल
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत अब तक 70% से अधिक परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराया जा चुका है, शेष कार्य प्रगति पर हैं और योजनाओं के पूरा होने के बाद ही भारत सरकार को उपयोगिता प्रमाण पत्र (UC) भेजा जाता है, जो पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया से जुड़ा होता है.