Mp news: 7july2025: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए राहत की खबर है, राज्य सरकार ने आज से मूंग और उड़द की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर शुरू कर दी है, यह खरीद अभियान 6 अगस्त तक चलेगा, इस बार मूंग के लिए 2.94 लाख से ज्यादा और उड़द के लिए लगभग 11,500 किसानों ने पंजीकरण कराया है.
MSP पर खरीद दरें और लक्ष्य
सरकार ने इस साल मूंग की खरीद के लिए MSP 8682 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द के लिए 7400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, खरीद का कुल लक्ष्य मूंग के लिए 3.51 लाख मैट्रिक टन और उड़द के लिए 1.23 लाख मैट्रिक टन रखा गया है.
Mp news: किन जिलों में होगी खरीद
उड़द: जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी, बालाघाट।
मूंग: नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट, सतना।
Mp news: पंजीयन और भुगतान की प्रक्रिया
किसान पंजीकरण के लिए अपने फसल का नाम, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, IFSC कोड और भू-अधिकार ऋण पुस्तिका की स्व-प्रमाणित प्रति जमा करवा सकते हैं, बैंक खाता राष्ट्रीयकृत बैंक या जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा में होना जरूरी है, सिकमी या बटाई काश्तकारों को अनुबंध की स्व-प्रमाणित प्रति जमा करनी होगी.
खरीद के बाद भुगतान कंप्यूटरीकृत रसीद के जरिए किया जाएगा, जिसमें किसान का नाम, बैंक खाता नंबर और भुगतान की राशि का विवरण होगा, इस रसीद पर उपार्जन केंद्र प्रभारी के हस्ताक्षर होंगे, मूंग-उड़द की खरीद की जिम्मेदारी सहकारी समितियों को सौंपी गई है.
Mp news: परिवहन और गोदाम व्यवस्था
मूंग-उड़द के परिवहन के लिए परिवहनकर्ताओं की नियुक्ति और अनुबंध की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी, प्रत्येक दिन खरीद की मात्रा की समीक्षा होगी और ई-उपार्जन सॉफ्टवेयर के माध्यम से परिवहन रसीद जारी की जाएगी, अगर कोई परिवहनकर्ता समय पर सामान नहीं पहुंचाता है, तो जिला स्तरीय समितियां वैकल्पिक व्यवस्था करेंगी और देरी पर पेनाल्टी भी लगाई जाएगी.
उपार्जन केंद्रों पर सुविधाएं
हर उपार्जन केंद्र पर एक बैनर लगाया जाएगा, जिसमें केंद्र का नाम, गुणवत्ता मापदंड और भुगतान संबंधी जानकारी होगी, जहां खरीदी ज्यादा होगी, वहां अतिरिक्त स्टाफ भी तैनात किए जाएंगे, साथ ही, लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य जरूरी उपकरण हमेशा चालू हालत में रखे जाएंगे ताकि काम में कोई रुकावट न आए.