भोपाल, 6 मई 2025: भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच गृह मंत्रालय ने देशभर में Mock Drill का निर्देश दिया है. 7 मई को 244 जिलों में होने वाली इस राष्ट्रव्यापी ड्रिल में मध्यप्रदेश के 5 जिले शामिल होंगे. मध्यप्रदेश में भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और कटनी में ड्रिल होगी. प्रशासन ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं.
क्यों हो रही है मॉक ड्रिल?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले और नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बाद केंद्र सरकार ने नागरिक सुरक्षा तंत्र को परखने और मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया है. गृह मंत्रालय ने उत्तरी और पश्चिमी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों, जैसे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा, को विशेष रूप से 7 मई को मॉक ड्रिल करने को कहा है. इसमें हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन, चुनिंदा इलाकों में ब्लैकआउट लागू करना, और नागरिकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण देना शामिल है. इसके अलावा, निकासी योजनाओं का अभ्यास और बिजली संयंत्रों व सैन्य बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के उपाय भी किए जाएंगे.
Mock Drill की तैयारियां
मध्यप्रदेश के पांच जिलों में स्थानीय प्रशासन ने ड्रिल की तैयारियां शुरू कर दी हैं. भोपाल में अधिकारियों ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है. जबलपुर और इंदौर में भी नागरिकों को हवाई या जमीनी हमले के दौरान सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाएगी. ग्वालियर और कटनी में निकासी योजनाओं पर जोर दिया जा रहा है.
भाजपा संसदीय दल कार्यालय ने अपने सांसदों से इस ड्रिल में आम नागरिक की तरह हिस्सा लेने और स्थानीय प्रशासन का सहयोग करने को कहा है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों से भी वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के साथ मिलकर ड्रिल को सुचारू रूप से लागू करने का अनुरोध किया गया है
देशभर में मॉक ड्रिल का दायरा
यह मॉक ड्रिल देश के 244 जिलों में एक साथ होगी, जिसमें हवाई और जमीनी हमले की स्थिति में नागरिक सुरक्षा की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने राज्यों से सायरन सिस्टम चालू करने, ब्लैकआउट उपाय लागू करने और स्कूलों में छात्रों को सुरक्षा प्रोटोकॉल सिखाने को कहा है. महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को छिपाने और निकासी योजनाओं का अभ्यास भी इस ड्रिल का हिस्सा होगा.