Maalik Movie Review: 14july2025: राजकुमार राव एक बार फिर अपने अभिनय का लोहा मनवाने के लिए पर्दे पर लौटे हैं और इस बार वह अवतार है, एक देसी, रॉ और इंटेंस गैंगस्टर का, पुलकित निर्देशित ‘मालिक’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है और फिल्म में राव ने ऐसी परफॉर्मेंस दी है, जिसे देख दर्शक ‘भीखू म्हात्रे’, ‘रघु’ और ‘विजय दीनानाथ चौहान’ को याद करने लगते हैं.
Maalik Movie Review: जाना-पहचाना लेकिन ट्विस्ट भरा सफर
फिल्म की कहानी 1988 के इलाहाबाद और आज के प्रयागराज की पृष्ठभूमि में सेट है, राजकुमार राव एक किसान के बेटे की भूमिका में हैं, जो हालातों के चलते गैंगस्टर की दुनिया में कदम रखता है, कहानी में एक के बाद एक ट्विस्ट आते हैं जो फिल्म को गतिशील बनाए रखते हैं, हालांकि, प्लॉट में बहुत कुछ नया नहीं है, लेकिन इसकी प्रस्तुति और किरदारों का ट्रीटमेंट दर्शकों को बांधे रखता है.
Maalik Movie Review: राजकुमार राव का करियर बेस्ट परफॉर्मेंस?
राजकुमार राव का अभिनय फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है, उनका लुक, एक्सेंट, बॉडी लैंग्वेज और आंखों की तीव्रता इस कदर असर छोड़ती है कि लगता है वो स्क्रीन से निकलकर सामने आ जाएंगे, चाहे रॉ एक्शन हो या इमोशनल टूटन, राव हर फ्रेम में जान डालते हैं.उनके अभिनय को देखकर ‘न्यूटन’ या ‘स्त्री’ वाला राव पूरी तरह भूल जाना तय है, एक सीन में चार लोगों को एक साथ लटकाना और दूसरे में खौलते तेल की कढ़ाई में चेहरा डुबाना—इंटेंस सीन इतने पावरफुल हैं कि दर्शक कुर्सी में चिपक जाते हैं.
दमदार मगर थोड़ा पुराना
फिल्म का लेखन पुलकित और जलसनाथ ने मिलकर किया है, कहानी में भरपूर एक्शन और इमोशन है, लेकिन स्क्रिप्ट कुछ जगहों पर प्रेडिक्टेबल हो जाती है, डायरेक्शन की बात करें तो पुलकित ने राव को पूरी आजादी दी है और उनका हर फ्रेम में इस्तेमाल शानदार किया है.
Maalik Movie Review: फिल्म क्यों चूक गई मास्टरपीस बनने से?
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसका सीमित दायरा और कुछ पुराने ढर्रे वाले ट्रीटमेंट हैं,आज जब ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर गैंगस्टर ड्रामा की भरमार है, ऐसे में ‘मालिक’ को और बोल्ड, नया और शार्प होना पड़ता,कई सीन प्रभावित करते हैं लेकिन क्लाइमैक्स में थोड़ी जल्दबाज़ी नज़र आती है.