Sikkim Landslides: 2 जून 2025: सिक्किम के उत्तरी क्षेत्र के चटेन इलाके में रविवार शाम को भारी भूस्खलन हुआ, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और छह सुरक्षाकर्मी लापता हो गए। यह आपदा तीस्ता नदी के उफान के कारण आई मूसलधार बारिश से उत्पन्न हुई। मलबे में कई सड़कें, पुल और घर बह गए, जिससे व्यापक तबाही हुई है। भारतीय सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों ने खोज और बचाव अभियान शुरू किया है, जिसमें अस्थिर इलाके और मलबे के बीच राहत कार्य जारी है ।
Sikkim Landslides: सिक्किम में रविवार शाम 7 बजे एक मिलिट्री कैंप भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया। इसमें 3 जवानों की मौत हो गई, जिनके शव बरामद हुए हैं। चार लोगों को मलबे से जिंदा निकाला गया है। उन्हें मामूली चोटें आई हैं। छह जवान अभी लापता हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है
Sikkim Landslides: भारी बारिश और भूस्खलन
इस घटना के बाद, सिक्किम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है। असम में ब्रह्मपुत्र नदी के उफान के कारण 19 जिलों में लगभग 3.64 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश और भूस्खलन से नौ लोगों की मौत हो चुकी है ।
अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों, पुलों और बिजली आपूर्ति की स्थिति गंभीर है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मलबे से तीन शव बरामद किए गए हैं और छह सुरक्षाकर्मी लापता हैं। राहत कार्यों में सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और स्थानीय प्रशासन जुटे हुए हैं।
Sikkim Landslides: प्रशासन ने स्थापित किए राहत शिविर
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और हेलिकॉप्टर के माध्यम से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण राहत कार्यों में चुनौतियां आ रही हैं।
बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़
सिक्किम में अक्टूबर, 2023 को बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से 18 लोगों की मौत हो गई थी। कम से कम 98 लोग लापता हो गए थे, जिसमें सेना के 22 जवान शामिल थे। इनका कुछ पता नहीं चल पाया था। पूर्वोत्तर राज्यों में राहत और बचाव के लिए भारतीय सेना, एयरफोर्स और असम रायफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। असम में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
30 मई से अब तक राज्य में लैंडस्लाइड की हुई 211 घटनाएं
मणिपुर में बाढ़ से 19,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। 3,365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। त्रिपुरा में 10 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मिजोरम की राजधानी आइजोल में भारी बारिश के कारण 2 जून को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।