Khandwa Gang Rape Case:26 मई: खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र में आदिवासी महिला से गैंगरेप के बाद उसकी मौत हो गई। दो आरोपियों पर हत्या और दुष्कर्म का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। घटना मंत्री विजय शाह के क्षेत्र की होने से विपक्ष ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सरकार को घेरा है।
मध्यप्रदेश के खालवा थाना के रोशनी चौकी क्षेत्र में आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप जैसी बड़ी घटना सामने आई है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के विरुद्ध हत्या सहित दुष्कर्म का अपराध दर्ज किया है। इस घटना की जानकारी देते हुए एएसपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि पुलिस को शनिवार को थाना खालवा पर एक बेटे ने उसकी मां के साथ गलत काम किए जाने और उसके बाद मां की मृत्यु की जानकारी दी थी। इस सूचना पर थाना प्रभारी खालवा जगदीश सिंदिया और चौकी प्रभारी रोशनी सुशा परते पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। पीड़िता के पुत्र सहित अन्य लोगों से पूछताछ की गई। इस दौरान मालूम चला कि शुक्रवार को गांव में एक समाज जन के यहां ही शादी का कार्यक्रम था। इसमें सभी लोग गए हुए थे। इस विवाह कार्यक्रम के बाद फरियादी पुत्र की मां, उनके ही गांव की एक महिला को रात का समय होने के चलते उसके घर छोड़ने के लिए गई थी, लेकिन उनकी मां रात में घर वापस नहीं आई।
Khandwa Gang Rape Case: दो आरोपियों पर हत्या एवं बलात्कार का मामला दर्ज
इधर शुक्रवार सुबह करीब 6 से 7 बजे के दौरान एक आरोपी हरि कोरकू की मां ने पीड़िता के घर पर उसके पुत्रों को सूचना भिजवाई कि उनकी मां (पीड़िता) उसके घर में ही पीछे की तरफ सोई हुई है। तब दोनों भाइयों ने जाकर देखा तो उनकी मां खून से सनी बैठी थी। जिस पर दोनों लड़के मां को अपने घर ले आए। यहां उनकी मां ने परिजनों को बताया कि उसे सुनील कोरकू एवं हरि कोरकू रात में हरि के घर ले गए थे, जहां उसके साथ जबरन गलत काम किया है। इसके कुछ घंटे बाद ही पीड़िता की मृत्यु हो गई। पुलिस ने बताया कि इस मामले में फरियादी पीड़िता के पुत्र की रिपोर्ट पर आरोपी हरि पिता रामचन्द्र कोरकू (36), एवं सुनील पिता लालसिह कोरकू (32) के खिलाफ धारा 103(1), 66, 70(1) भारतीय न्याय संहिता का अपराध दर्ज कर जांच में लिया है। पुलिस ने मृतिका का मर्ग पंचनामा बनाकर जिला अस्पताल खंडवा में तीन डॉक्टर की टीम से उसका पीएम कराया है। वहीं दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
Khandwa Gang Rape Case: पुलिस बोली अधिक खून बह जाने से हुई मौत
खंडवा एएसपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि दोपहर में पीड़िता की मृत्यु होने के बाद परिजन ने पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी। यहां जांच में मालूम चला कि पीड़िता शुक्रवार रात आरोपी के साथ ही उसके घर गई थी। जहां दूसरा आरोपी सुनील भी पहुंचा था, और तीनों ने रात में साथ में बैठकर शराब पी। इसके बाद वह वहीं रुकी रही। जिसे उसके पड़ोसियों ने भी देखा था। इस दौरान ही पीड़िता के साथ दोनों आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना अंजाम दिया। आरोपियों के जबरदस्ती करने की वजह से पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से अधिक मात्रा में खून बहने लगा।
इस दौरान आरोपियों ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की, और उसके पेट पर लात मारी थी। खून बहने की वजह से ही फिलहाल पीड़िता की मौत होना सामने आ रहा है। हालांकि अब तक इस मामले में पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में लकड़ी और रॉड डालने जैसी घटना पुलिस जांच में सामने नहीं आई है। इस मामले में दोनों ही आरोपी पीड़िता के परिचित और घर के आस-पास ही रहने वाले थे। प्रारंभिक तौर पर पीड़िता की मौत खून अधिक बह जाने से होना सामने आ रहा है। हालांकि इसका खुलासा पीएम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हो सकेगा।
विजय शाह के क्षेत्र का मामला, विपक्ष को मिला मुद्दा
इधर पीड़िता की मौत के बाद यह मामला खंडवा जिले की हरसूद विधानसभा से बड़बोले मंत्री विजय शाह के क्षेत्र का होने के चलते मीडिया की सुर्खियां बना। हालांकि मीडिया में परिजन के बयानों के अनुसार पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने जैसी घटना भी सामने आई थी। जिसके चलते उसके शरीर के आंतरिक अंग बाहर आना तक बताया गया। जिसे विपक्ष ने जमकर मुद्दा बनाया, और विपक्ष के सभी नेता सरकार पर हमलावर दिखे। यहां तक कि इसको लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को जंगल राज से भी पीछे जाता हुआ बताया। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था और सरकार पर जमकर सवाल उठाए।