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ग्वालियर में अंबेडकर बनाम बीएन राव की बहस तेज, कांग्रेस उतरेगी सड़कों पर

Gwalior News
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Gwalior News, 17 जून 2025: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मौजूद हाई कोर्ट परिसर मे डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद अब सियासी रंग पकड़ चुका है। इस मुद्दे को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने 23 जून से 25 जून तक प्रदेशभर में चरणबद्ध आंदोलन और जनजागरण अभियान चलाने का ऐलान किया है। आंदोलन के समापन पर 25 जून को कांग्रेस ग्वालियर में सामूहिक उपवास करेगी। इस पूरे विवाद को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी और आरएसएस पर संविधान विरोधी सोच फैलाने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर समाज में वर्ग संघर्ष फैलाने और राजनीतिक नौटंकी करने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस का ऐलान: “संविधान की रक्षा में उतरेंगे सड़कों पर”

भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और विधायक फूल सिंह बरैया मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेताओं ने ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबा साहब की मूर्ति न लगाए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा।

जीतू पटवारी ने कहा, “ग्वालियर में लगातार ये बताया जा रहा है कि संविधान बीआर अंबेडकर ने नहीं, बल्कि बीएन राव ने लिखा। यह एक खतरनाक कोशिश है जिससे देश का सामाजिक ताना-बाना तोड़ा जा रहा है। यह नागपुर से चलने वाले एजेंडे का हिस्सा है।”

उन्होंने ऐलान किया कि 23 से 25 जून तक कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर संविधान की चर्चा करेंगे, वंचित वर्ग के साथ सामूहिक भोजन करेंगे और फिर 25 जून को ग्वालियर में सामूहिक उपवास किया जाएगा।

Gwalior News: कांग्रेस नेताओं के आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, “बीएन राव संविधान सभा के सदस्य नहीं थे, वे सिर्फ कानूनी सलाहकार थे। उन्हें संविधान निर्माता बताना ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ है। यह वही सोच है जो तिरंगे और संविधान का विरोध करती रही है।”

उन्होंने कहा, “संविधान में 243 अनुच्छेद बीएन राव ने लिखे, यह किस रिसर्च का हिस्सा है? यह सब बस एक वर्ग को नीचा दिखाने और वर्ग संघर्ष कराने का प्रयास है।”

प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने आरोप लगाया कि “यह पूरा विवाद आरएसएस की सोच का हिस्सा है, जो संविधान और बाबा साहब के विचारों को मिटाने की कोशिश कर रही है।”

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “आरएसएस ने कभी किसी दलित या आदिवासी को संगठन का प्रमुख नहीं बनाया। बीजेपी-आरएसएस वर्गों में बांटकर राजनीति करना चाहती है।”

बीजेपी का पलटवार: “वातावरण बिगाड़ने में माहिर हैं कांग्रेस नेता”

कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने भी तीखा पलटवार किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, “दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के नेता समाज में वर्ग संघर्ष और वैमनस्य फैलाने में माहिर हैं। यह वही कांग्रेस है जिसने जीवन भर अंबेडकर जी का अपमान किया।”

वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को बाबा साहब से कोई लगाव नहीं है, वह सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। “आज जो लोग संविधान बचाने की बात कर रहे हैं, वही लोग कभी बाबा साहब को चुनाव हराने में जुटे थे।”

उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस किस आधार पर बीजेपी और आरएसएस का नाम ले रही है? “दिग्विजय सिंह जैसे नेता समाज को तोड़ने का ठेका लेकर चलते हैं,” उन्होंने कहा।

वीडी शर्मा ने तंज कसते हुए कहा, “अगर कांग्रेस को उपवास करना ही है, तो उन्हें बाबा साहब का अपमान करने के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उनका उपवास नहीं, बल्कि माफी अभियान चलाना चाहिए।”

Gwalior News: विवाद की जड़

Gwalior News– गौरतलब है कि ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। कांग्रेस का कहना है कि जानबूझकर अंबेडकर जी को दरकिनार करने की कोशिश की जा रही है, जबकि बीजेपी इसे सिरे से नकार रही है।

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