Covid-19 JN.1 Variant: 2 june 2025: भारत में कोरोना वायरस का नया सब-वैरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इस वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘वैरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया है।
Covid-19 JN.1 Variant: 2 june 2025: वर्तमान की स्थिति यह है कि कोविड 19 डेशबोर्ड के अनुसार देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 3758 पहुंच गई हैं। वहीं, मध्यप्रदेश 3 नए केस के साथ 19 एक्टिव पेशेंट हैं। 19 मई को देश में सिर्फ 257 एक्टिव केस थे। वहीं, इंदौर में 22 मई को निजी लैब में दो मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तब से यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
Covid-19 JN.1 Variant: 2 june 2025: JN.1 वैरिएंट: इम्यूनिटी पर कितना प्रभावित
JN.1 वैरिएंट में 30 से अधिक स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन होते हैं, जिससे यह इम्यूनिटी से बचने में सक्षम है। हालांकि यह अधिक संक्रामक है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह गंभीर बीमारियों का कारण नहीं बन रहा है। पूर्व AIIMS निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, “JN.1 अधिक संक्रामक है, लेकिन गंभीर संक्रमण उत्पन्न नहीं कर रहा है” ।
Covid-19 JN.1 Variant: 2 june 2025: सक्रिय मामलों की स्थिति
भारत में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 3,758 तक पहुँच गई है, जो पिछले कुछ महीनों में सबसे अधिक है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि JN.1 वैरिएंट की उच्च संक्रामकता और मौसमी प्रभावों के कारण हो रही है ।
इंदौर में बढ़ते केस, जांच की कमी चिंता का विषय
मध्य प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है, खासकर इंदौर में, जहां 22 मई को निजी लैब में दो मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इंदौर में अब तक 16 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 9 एक्टिव केस हैं।
इनमें से 5 मरीज स्थानीय निवासी हैं, जबकि अन्य बाहर से यात्रा कर लौटे लोग हैं। हाल ही में सामने आए मरीजों में एक 43 वर्षीय महिला शामिल है, जो यूनाइटेड किंगडम से लौटी थी, और एक 30 वर्षीय महिला, जो केरल से आई थी। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और उनमें हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं।
देश में स्थिति
केरल, महाराष्ट्र सबसे प्रभावित कोविड-19 डैशबोर्ड के अनुसार, देश में एक्टिव केसों की संख्या 3,758 तक पहुंच गई है, जो 19 मई को केवल 257 थी। केरल में 1,400, महाराष्ट्र में 200 से अधिक, और दिल्ली में 104 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, NB.1.8.1 वैरिएंट के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, जो मई 2025 तक वैश्विक जीनोमिक सीक्वेंसिंग का 10.7% हिस्सा बन चुका है। भारत में JN.1 वैरिएंट सबसे प्रमुख है, जो 53% नमूनों में पाया गया है।
एम्स में मुफ्त RT-PCR जांच
AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) दिल्ली में कोविड-19 की मुफ्त RT-PCR जांच की सुविधा प्रदान कर रहा है। यह पहल बढ़ते मामलों के बीच लोगों को शीघ्र निदान और उपचार में सहायता करने के लिए है।
सुरक्षा उपाय
- मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना आवश्यक है।
- हाथ धोएं: नियमित रूप से हाथ धोने से संक्रमण का खतरा कम होता है।
- टीकाकरण: यदि आपने बूस्टर डोज़ नहीं लिया है, तो इसे लेना विचार करें, विशेषकर 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए।
- स्वास्थ्य निगरानी: बुखार, खांसी, गले में खराश जैसे लक्षणों पर ध्यान दें और आवश्यकतानुसार जांच कराएं।
हालांकि JN.1 वैरिएंट गंभीर बीमारियों का कारण नहीं बन रहा है, लेकिन इसकी उच्च संक्रामकता के कारण सतर्क रहना आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह का पालन करें और कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाएं।