इंदौर, 26 अप्रैल 2025: मध्य प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल मचने वाली है। कांग्रेस पार्टी ने Congress Save Constitution Campaign की शुरुआत कर दी है और इसके तहत 28 अप्रैल को ग्वालियर में एक बड़ी रैली का ऐलान किया गया है। इंदौर के होटल सरोवर पोर्टिको में शनिवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस अभियान और रैली की पूरी रूपरेखा सामने रखी। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि यह अभियान हर उस नागरिक की आवाज़ है, जो अपने अधिकारों की रक्षा चाहता है।
क्या है ‘संविधान बचाओ अभियान‘?
उमंग सिंघार ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा सरकार संविधान के बुनियादी उसूलों—सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय—को नुकसान पहुंचा रही है। इसे रोकने के लिए कांग्रेस ने यह अभियान शुरू किया है, जो 25 अप्रैल से 30 मई 2025 तक चलेगा। इसकी शुरुआत ग्वालियर के फूलबाग मैदान-2 में 28 अप्रैल को होने वाली ‘संविधान बचाओ रैली’ से होगी।
सिंघार ने कहा, “ये सिर्फ कांग्रेस का आंदोलन नहीं है। ये हर उस शख्स का आंदोलन है, जो बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को मानता है। ये वोट की सियासत नहीं, बल्कि जनता की असल आवाज़ है।”
क्या हैं इस अभियान की मांगें?
कांग्रेस ने इस अभियान में कई बड़ी मांगें उठाई हैं, जो जनता की रोजमर्रा की मुश्किलों से जुड़ी हैं:
- जातीय जनगणना: सामाजिक न्याय के लिए जातीय आंकड़ों की साफ तस्वीर जरूरी है।
- निजी संस्थानों में आरक्षण: एससी, एसटी और ओबीसी के लिए प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में भी आरक्षण लागू हो।
- आरक्षण की सीमा बढ़े: 50% की मौजूदा सीमा को बढ़ाकर मौजूदा हालात के मुताबिक आरक्षण तय हो।
- किसानों को राहत: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी दर्जा मिले और किसानों का कर्ज माफ हो।
- राजनीतिक बराबरी: हर समाज को बराबर सियासी हिस्सेदारी मिले, ताकि लोकतंत्र मजबूत हो।
भाजपा पर तीखा हमला
उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने RTI को कमजोर करके पारदर्शिता की कमर तोड़ दी है। पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर डाका डाला है। बेरोजगारी का आलम ये है कि युवा सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार विदेशी कंपनियों को ठेके देने में लगी है।
उन्होंने प्रेस की आजादी पर भी सवाल उठाए। सिंघार ने कहा, “भाजपा प्रेस को गुलाम बनाना चाहती है। RSS पत्रकारों को प्रभावित कर रहा है और शिक्षा में अयोग्य लोगों को बिठाया जा रहा है।”
ग्वालियर रैली क्यों अहम?
28 अप्रैल को ग्वालियर में होने वाली रैली कांग्रेस के लिए बड़ा मौका है। मध्य प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने और जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पार्टी इस रैली को एक बड़ा मंच बनाना चाहती है। उमंग सिंघार ने कहा, “ये रैली भाजपा के तानाशाह नेताओं को जगाने का काम करेगी। हम संविधान की रक्षा का संकल्प लेंगे।”
अभियान का रोडमैप
‘संविधान बचाओ अभियान’ चार चरणों में चलेगा:
- 25-30 अप्रैल: हर जिले में बड़ी जनसभाएं होंगी।
- 5-10 मई: ब्लॉक स्तर पर लोगों से मुलाकात और सभाएं।
- 11-17 मई: विधानसभाओं में जनता के साथ संवाद।
- 20-30 मई: घर-घर जाकर ‘संविधान बचाओ’ का संदेश फैलाया जाएगा।