---Advertisement---

श्रावण के पहले सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धा का महापर्व, उमड़े लाखों भक्त

Bhasma Aarti
---Advertisement---

Bhasma Aarti : 14july2025: श्रावण मास के पहले सोमवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आस्था का महासागर उमड़ पड़ा, तड़के सुबह से ही हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए कतार में लगे रहे, मंदिर के पट रात्रि ढाई बजे खोले गए, जिसके बाद सुबह 3 बजे बाबा की विशेष भस्म आरती की गई, श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस दृश्य को देखने के लिए देशभर से आए भक्तों की भारी भीड़ मंदिर प्रांगण में उमड़ पड़ी.

विशेष भस्म आरती में उमड़ा जनसैलाब

श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित माना जाता है और पहले सोमवार को महाकाल की विशेष भस्म आरती होती है, इस दौरान बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया गया, जिसमें पंचामृत — दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से अभिषेक हुआ, इसके बाद बाबा को भांग, चंदन और विविध पुष्पों से अलंकृत किया गया, फिर उन्हें वस्त्र पहनाए गए और भस्म अर्पित की गई. भस्मारती के दौरान ढोल-नगाड़ों, झांझ-मंजीरों और शंखनाद की गूंज से पूरा परिसर भक्तिमय हो उठा, हजारों श्रद्धालुओं ने इस दुर्लभ आरती का साक्षात लाभ लिया.

Bhasma Aarti : बाबा की राजसी सवारी शाम को  

श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही भाद्रपद माह के सोमवारों को बाबा महाकाल की सवारी निकालने की परंपरा भी शुरू हो जाती है, परंपरा के अनुसार, बाबा महाकाल अपने नगरवासियों का हाल जानने के लिए चांदी की पालकी में नगर भ्रमण पर निकलते हैं,

उज्जैन की सड़कों पर जुटेंगे श्रद्धालु

आज शाम को निकाली जाने वाली पहली सवारी को देखने के लिए लाखों श्रद्धालु उज्जैन की सड़कों पर जुटेंगे, भक्तों की मान्यता है कि बाबा की सवारी के दर्शन मात्र से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-शांति आती है.

Bhasma Aarti : प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम

श्रावण मास में भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उज्जैन प्रशासन और मंदिर समिति ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के विशेष इंतजाम किए हैं, मंदिर परिसर में सीसीटीवी निगरानी, मेडिकल टीम, पेयजल व्यवस्था और दिशा-निर्देश देने वाले वालंटियर तैनात किए गए हैं, श्रद्धा, भक्ति और आस्था से सराबोर यह माहौल उज्जैन को एक बार फिर धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में जीवंत कर रहा है.

Join WhatsApp

Join Now
---Advertisement---

Leave a Comment