Amrit Bharat Station, 22 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल लोकार्पण किया. इसमें मध्यप्रदेश के 6 स्टेशन—नर्मदापुरम, श्रीधाम, कटनी साउथ, शाजापुर, सिवनी और ओरछा—शामिल हैं. इन स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमें मॉडर्न वेटिंग रूम, डिजिटल डिस्प्ले, हाईमास्ट लाइटिंग, और दिव्यांगजनों के लिए रैंप जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं.
लोकार्पण के दौरान राजस्थान के बीकानेर से वर्चुअली जुड़े प्रधानमंत्री ने कहा, “अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है. इन स्टेशनों पर ‘विकास भी, विरासत भी’ का मंत्र स्पष्ट दिखता है. ओरछा स्टेशन पर भगवान राम की आभा का अहसास होगा.”
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नर्मदापुरम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कहा, “भोपाल के BHEL में वंदे भारत और मेट्रो ट्रेन के कोच बनाए जाएंगे. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अपनी ताकत दिखाई है. यह मोदी जी की कूटनीति का नतीजा है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला.”
Amrit Bharat Station: स्टेशनों का आधुनिकीकरण
इन 103 स्टेशनों के लिए 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है, जिसमें मध्यप्रदेश के 6 स्टेशनों पर 86 करोड़ रुपये खर्च किए गए. प्रत्येक स्टेशन पर स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं को दर्शाने का प्रयास किया गया है. प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम, और डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं.
शाजापुर: कला और संस्कृति का केंद्र
- इसकी कुल लागत 13 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत इसका 140 वर्ग मीटर में ‘आर्ट एंड कल्चर जोन’ जो शाजापुर की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है.
- सुविधाएं: नया फुट ओवर ब्रिज, छायादार क्षेत्र, सर्कुलेटिंग एरिया, नया प्रवेश द्वार, टिकट काउंटर, आधुनिक वेटिंग हॉल, एलईडी डिस्प्ले, दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं, वीआईपी और सेकंड क्लास वेटिंग हॉल, पार्किंग.
ओरछा: रामराजा थीम पर आधारित
- इसकी कुल लागत 6.5 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत है रामराजा मंदिर की थीम पर डिजाइन, रामराजा सरकार और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित.
- सुविधाएं: विस्तारित सर्कुलेटिंग एरिया, रामायण के दृश्यों वाली बाउंड्री वॉल, अलग पार्किंग, टिकट काउंटर, एटीवीएम, 3 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज, पे एंड यूज टॉयलेट.
कटनी साउथ: महाराणा प्रताप की झलक
- इसकी कुल लागत 12.88 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत है सर्कुलेटिंग एरिया में पार्क और महाराणा प्रताप की प्रतिमा.
- सुविधाएं: भव्य प्रवेश द्वार, वीआईपी वेटिंग हॉल, पर्याप्त टिकट काउंटर, दिव्यांगजनों के लिए शौचालय और रैंप, हाई लेवल प्लेटफॉर्म कवर शेड.
सिवनी: जंगल बुक की थीम
- इसकी कुल लागत 14.46 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत है पेंच टाइगर रिजर्व और ‘जंगल बुक’ पर आधारित चित्रकारी, स्थानीय कला और भित्ति चित्र.
- सुविधाएं: भव्य प्रवेश द्वार, विस्तारित सर्कुलेशन क्षेत्र, नई पार्किंग, लिफ्ट, एस्केलेटर, एयर कंडीशनर वेटिंग हॉल, भुवनेश्वर मॉडल पर शौचालय, हरित परिदृश्य, सीसीटीवी.
श्रीधाम: सांस्कृतिक अनुभव
- इसकी कुल लागत 24 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत है शंकराचार्य स्वरूपानंद की तस्वीरें, मध्यप्रदेश की लोककला पर आधारित वास्तुकला.
- सुविधाएं: एयर कंडीशनर वेटिंग हॉल, एलईडी डिस्प्ले, स्वच्छ शौचालय, दिव्यांगजनों के लिए रैंप, पार्किंग, ठंडा पानी.
नर्मदापुरम: नर्मदा थीम पर आधारित
- इसकी कुल लागत 26 करोड़ रुपये रही ओर इसकी खासियत है 3100 वर्ग मीटर में सौंदर्यीकृत सर्कुलेटिंग एरिया, 1000 वर्ग मीटर में आधुनिक एलईडी लाइटिंग.
- सुविधाएं: 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज, भव्य प्रवेश द्वार, नवनिर्मित प्रतीक्षालय, मॉडर्न टिकट काउंटर, दिव्यांगजनों के लिए रैंप और शौचालय.