छिंदवाड़ा, 21 अगस्त।
मध्यप्रदेश की राजनीति एक बार फिर अनोखे प्रदर्शन को लेकर गर्मा गई है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अपने अजब-गजब अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं, और इस बार उन्होंने छिंदवाड़ा में ऐसा विरोध प्रदर्शन किया कि हर कोई हैरान रह गया।
‘किसान बचाओ आंदोलन’ के तहत सैकड़ों किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे, जहां वे अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे। लेकिन कलेक्टर की गैरमौजूदगी ने किसानों में नाराज़गी फैला दी। इसी के बाद विरोध प्रदर्शन ने अनोखा मोड़ ले लिया। प्रतीकात्मक विरोध जताते हुए किसानों ने एक कुत्ते को ही ज्ञापन सौंप दिया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए स्वयं कुत्ते को गोद में उठाया और उसे ज्ञापन सौंपने का नाटक किया। इस दृश्य ने मौके पर मौजूद लोगों और मीडिया का ध्यान खींचा और यह प्रदर्शन तुरंत सुर्ख़ियों में आ गया।
अचानक से सुर्खियां बटोरने वाला ये कुत्ता कोई और नहीं दरअसल ये छिंदवाड़ा नगर
कांग्रेस अध्यक्ष पप्पू यादव जी का कुत्ता है। इस प्रदर्शन के बाद सिंघार ने कहा, “जब सरकार और प्रशासन किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है, तो फिर हम किससे उम्मीद करें? यह विरोध सिर्फ़ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनहीनता को उजागर करने का तरीका है।”
इस घटनाक्रम ने सरकार को भी असहज स्थिति में ला दिया है। विपक्ष जहां इसे किसानों की आवाज़ उठाने का तरीका बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष ने इसे ‘राजनीतिक नौटंकी’ करार दिया है।
हालांकि, प्रदर्शन ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है — क्या सरकार वास्तव में किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर है?