MP NEWS: 12JULY2025: मध्यप्रदेश के मुरैना में एक बेटी ने बेटे जैसा फर्ज निभाकर समाज को एक नया संदेश दिया है, गोपालपुरा वार्ड 40 निवासी आशाराम नरवरिया के निधन के बाद उनकी दत्तक पुत्री रिया ने उन्हें मुखाग्नि दी, जब 16 वर्षीय रिया ने अपने पिता की चिता को अग्नि दी, तो मुक्तिधाम में मौजूद हर आंख नम हो गई, दुख के इस माहौल में बेटी के इस कर्तव्य को समाज ने खुले दिल से सराहा.
MP NEWS: बेटी को लिया था गोद
आशाराम नरवरिया फल बेचकर अपने परिवार का पेट पालते थे, पिछले कुछ समय से वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, लीवर और किडनी में इन्फेक्शन की वजह से उनका निधन हो गया, चूंकि उनकी कोई जैविक संतान नहीं थी, उन्होंने अपने एक रिश्तेदार की बेटी रिया को गोद लिया था, रिया को उन्होंने न सिर्फ कानूनी रूप से अपनी बेटी बनाया, बल्कि दिल से उसे बेटी मानकर पाला-पोसा.
MP NEWS: अंतिम संस्कार को लेकर उठा सवाल
आशाराम के निधन के बाद यह सवाल खड़ा हुआ कि उनके अंतिम संस्कार की विधि कौन निभाएगा, समाज और परिजनों की आपसी बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया कि चूंकि रिया ही आशाराम की संतान थी, इसलिए अंतिम संस्कार की सभी रस्में वही निभाएगी.
जौराखुर्द मुक्तिधाम अंतिम संस्कार
जौराखुर्द स्थित मुक्तिधाम में रिया ने अपने पिता के शव को मुखाग्नि दी, उस क्षण ने वहां मौजूद हर शख्स को भावुक कर दिया, रिया ने यह साबित कर दिया कि बेटा हो या बेटी, जिम्मेदारी निभाने का जज्बा हो तो समाज की पुरानी सोच को भी बदला जा सकता है.
MP NEWS: समाज ने की सराहना
इस भावुक पल की जानकारी मृतक के रिश्तेदार रामचरण ने दी, उन्होंने बताया कि रिया ने जिस तरह से अपने पिता का अंतिम संस्कार किया, वह पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है, वहां मौजूद लोगों ने बेटी के इस साहसिक कदम की जमकर सराहना की.