Hizb ut Tahrir Terrorist, 14 जून 2025, भोपाल: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) से जुड़ी एक खतरनाक साजिश को नाकाम करने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान में बड़े पैमाने पर छापेमारी की। भोपाल में तीन स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया, जबकि राजस्थान के झालावाड़ जिले में दो जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया गया। इस दौरान कई संदिग्ध डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। NIA का मानना है कि यह कार्रवाई आतंकी नेटवर्क के खिलाफ चल रही व्यापक जांच का हिस्सा है।
NIA के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर का मकसद युवाओं को भड़काकर भारत की लोकतांत्रिक सरकार को उखाड़ फेंकना और शरिया कानून पर आधारित इस्लामिक स्टेट की स्थापना करना था। संगठन युवाओं को हिंसक गतिविधियों के लिए उकसाने और कट्टरपंथ की ओर धकेलने का काम कर रहा था। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए डिजिटल डिवाइस से इस साजिश से जुड़े अहम सबूत मिलने की उम्मीद है। इन उपकरणों को फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
Hizb ut Tahrir Terrorist: बांग्लादेश से जुड़े तार
जांच एजेंसी ने पाया कि यह साजिश केवल भारत तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके तार पड़ोसी देश बांग्लादेश से भी जुड़े थे। पहले की कार्रवाइयों में भी भोपाल और आसपास के इलाकों में कट्टरपंथी गतिविधियों का खुलासा हुआ था, जहां संदिग्ध मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार किया जा रहा था। इससे इस साजिश के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की पुष्टि हुई है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहला मौका नहीं है जब भोपाल में कट्टरपंथी गतिविधियों पर नकेल कसी गई हो। इससे पहले भी NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इन छापेमारियों से यह बात सामने आई थी कि भोपाल में कुछ लोग संगठित तरीके से युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जा रहे थे।
NIA की इस ताजा कार्रवाई से आतंकी संगठनों को कड़ा संदेश दिया गया है कि देश की सुरक्षा और अखंडता के खिलाफ किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।