Asim Munir Invited by US, नई दिल्ली, 12 जून 2025: कांग्रेस ने गुरुवार को भारत की विदेश नीति को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद जयराम रमेश ने दावा किया कि अमेरिका की ओर से एक ही दिन में भारत को तीन बड़े कूटनीतिक झटके लगे हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं ने भारत-अमेरिका रिश्तों और विदेश नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Asim Munir Invited by US: तीन घटनाएं जो भारत के लिए बनीं चेतावनी
जयराम रमेश ने इन तीन घटनाओं को विस्तार से बताते हुए कहा कि यह सिर्फ झटके नहीं, बल्कि भारत की कूटनीति के लिए बड़ी चेतावनी और चुनौती हैं।
- पाकिस्तान को बताया ‘शानदार आतंकवाद विरोधी साझेदार’
रमेश ने कहा कि अमेरिका की सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने अमेरिकी संसद की हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सामने पाकिस्तान को “फिनोमिनल काउंटर टेररिज्म पार्टनर” यानी शानदार आतंकवाद विरोधी साझेदार बताया। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या यही पाकिस्तान नहीं है जहां ओसामा बिन लादेन 10 साल तक छिपा रहा और 2011 में मारा गया? अब वही पाकिस्तान अमेरिका का आतंकवाद विरोधी साझेदार बन गया है?” - पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर को न्योता
जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर को 14 जून को अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ पर आयोजित परेड में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण भेजा है। रमेश ने यह भी जोड़ा कि मुनीर वही व्यक्ति हैं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से ठीक पहले भड़काऊ बयान दिए थे, जिससे आतंकियों को मनोबल मिला। - भारत-पाक तनाव कम करने में ट्रम्प की भूमिका पर फिर जोर
तीसरे झटके के रूप में रमेश ने अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता के हालिया बयान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रवक्ता ने एक बार फिर दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में डोनाल्ड ट्रम्प और तत्कालीन विदेश मंत्री मार्को रुबियो की अहम भूमिका रही थी।
प्रधानमंत्री को दी सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह
Asim Munir Invited by US, इन तीन घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे जल्द से जल्द सर्वदलीय बैठक बुलाएं। जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब विपक्षी दलों से भी बातचीत करनी चाहिए, जैसे उन्होंने विदेश यात्राओं से लौटे सांसदों से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा, “आसिम मुनीर के बयान और पहलगाम हमले में सीधा संबंध है। ऐसे व्यक्ति को अमेरिका का न्योता मिलना भारत के लिए गंभीर चुनौती है। हमें एकजुट होकर जवाब देना होगा और इसके लिए सर्वदलीय चर्चा जरूरी है।”