Congress’s news: 28 मई: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को न पकड़ पाने के लिए सरकार पर निशाना साधा। सोमवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि देश को अब तक कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब नहीं मिले, जिनमें से एक है कि पाकिस्तान के साथ किन शर्तों पर सीजफायर समझौता हुआ।
मोदी इन अहम सवालों के जवाब की बजाय फिल्मी डायलॉगबाजी कर रहे हैं और उनके सांसद ओछी राजनीति कर रहे। पवन खेड़ा ने कहा;-
Congress’s news: प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन खेड़ा के 3 बड़े बयान …
1. मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से फेल
कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार की विध्वंसकारी विदेश नीति के कारण हम अलग-थलग हो गए हैं। हमारी विदेश नीति का नतीजा ये है कि नेपाल-भूटान भी हमारे साथ नहीं खड़े हुए। जबकि संघर्ष के दौरान चीन ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया।
इतना ही नहीं, मोदी सरकार की विदेश नीति का नतीजा ये है कि कुवैत ने पाकिस्तान पर से वीजा पाबंदियां हटा दी हैं। कुवैत, पाकिस्तान से लेबर ट्रीटी साइन करने वाला है। उधर, UAE ने पाकिस्तान को 5 साल की वीजा अनुमति दे दी है। ईरान ने कल खुलकर कहा कि पाकिस्तान आतंक को शरण देता है। जबकि मोदी सरकार के ट्रोल्स ईरान के बारे में भद्दी टिप्पणियां करते हैं।
2. देश की विदेश नीति सरकार के ट्रोल्स तय कर रहे हैं
पवन खेड़ा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि केंद्र की विदेश नीति ट्रोल्स तय कर रहे हैं। वे कभी इस्लामाबाद तो कभी कराची में हमला और कब्जा करवा देते हैं। मोदी सरकार को ट्रोल्स चला रहे हैं। वही इंस्पायर कर रहे हैं और वही ऑपरेट कर रहे हैं। इसका रिजल्ट सबके सामने हैं। प्रधानमंत्री खुद एक ट्रोलर की भाषा बोलने लगे हैं। ये बेहद चिंता का विषय है।
3. विपक्ष भारत का पक्ष अच्छे से रख रहा, भाजपा सांसद ओछी राजनीति कर रहे
केंद्र सरकार को जब समझ आ गया कि इनकी विदेश नीति के कारण हम अलग-थलग हो गए हैं तो इन्होंने ऑल पार्टी डेलिगेशन विदेश भेजा। कांग्रेस और अन्य पार्टी के सांसद विदेशों में भारत का पक्ष अच्छे से रहे हैं, लेकिन इनके भाजपा सांसद यहां जहरीला बयान दे रहे हैं। उनमें से एक सांसद विदेश में भारत का पक्ष रखने के लिए गया है और हर दिन सोशल मीडिया में जहरीला बयान भी दे रहा है।
Congress’s news: जयराम रमेश बोले- पीएम के खोखले फिल्मी डायलॉग
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने 22 मई को X पोस्ट में लिखा था कि PM मोदी सार्वजनिक रैलियों में खोखले फिल्मी डायलॉग फेंक रहे हैं। जबकि उन्हें गंभीर सवालों के जवाब देना चाहिए। जयराम ने सवाल किया था- पहलगाम के क्रूर हत्यारे अभी भी क्यों खुले घूम रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ये आतंकी बीते 18 महीने में पुंछ, गगनगीर और गुलमर्ग में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार थे। पीएम मोदी ने किसी भी सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता क्यों नहीं की और विपक्षी दलों को विश्वास में क्यों नहीं लिया?
रमेश ने आगे कहा था- पीएम मोदी ने 22 फरवरी 1994 के सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को दोहराने और इसे अपडेट करने के लिए संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया, जबकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन-पाकिस्तान के बीच गहरी साठगांठ स्पष्ट थी? आप पिछले दो हफ्तों में राष्ट्रपति ट्रम्प और अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो के अमेरिकी भूमिका पर बार-बार किए जा रहे दावों पर क्यों चुप रहे?