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राहुल गांधी पहुंचे पूंछ: बच्चों से मिले, बिखरे घरों का लिया जायज़ा

Rahul Gandhi J&K Visit
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Rahul Gandhi J&K Visit, 24 मई 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पूंछ ज़िले का दौरा किया, जहाँ हाल ही में पाकिस्तान की गोलीबारी से भारी तबाही मची थी. इस दौरान उन्होंने ईसाई मिशनरी स्कूल, मुस्लिम मदरसा और एक गुरुद्वारे का दौरा कर नुकसान का जायज़ा लिया और स्थानीय लोगों से सीधे संवाद किया.

सांप्रदायिक एकता का संदेश: मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा तीनों का दौरा

राहुल गांधी सबसे पहले उस क्राइस्ट स्कूल पहुँचे जहाँ एक पाकिस्तानी गोला फटा था और दो जुड़वाँ बच्चों— उर्वा फातिमा और ज़ैन अली— की दर्दनाक मौत हो गई थी. क्लास 5 के बच्चों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे आपके दोस्तों की मौत का गहरा दुख है. आप सब बहुत बहादुर हैं. हमें आप पर गर्व है.”

14 नागरिकों की जान लेने वाली इस गोलीबारी में चार बच्चे भी शामिल थे. इस भयावह मंजर से डरे हुए बच्चों के बीच जाकर राहुल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे पढ़ाई, खेल और दोस्ती के जरिए हालात का डटकर सामना करें.

सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देते हुए राहुल गांधी ने न सिर्फ क्राइस्ट स्कूल, बल्कि जामिया जिया-उल-उलूम मदरसे और श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे का भी दौरा किया. उन्होंने शिक्षक मोहम्मद इक़बाल के परिवार से भी मुलाकात की, जिनकी जान इस हमले में चली गई थी.

राहुल गांधी ने उस झूठी रिपोर्टिंग पर भी नाराज़गी जताई जिसमें कुछ मीडिया चैनलों ने इक़बाल को आतंकवादी बताया था. उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने और हर संभव मदद का भरोसा दिया.

Rahul Gandhi J&K Visit: राहुल ने बढ़ाया हौसला

“घबराइए नहीं, सब कुछ धीरे-धीरे सामान्य होगा,” राहुल गांधी ने स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया. गोलाबारी प्रभावित घरों के अंदर जाकर उन्होंने खुद तबाही का जायज़ा लिया. लोगों ने उनसे मुआवज़े की कम राशि और सरकारी उदासीनता की भी शिकायतें कीं.

राहुल ने कहा, “यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है. कई लोगों की जान गई है. मैंने उनकी बातें सुनीं हैं. वे चाहते हैं कि कुछ मुद्दों को मैं संसद में उठाऊँ. मैं ऐसा ज़रूर करूँगा.”

उन्होंने आगे कहा, “हर घर में बर्बादी की कहानी है. टूटे घर, बिखरा सामान, रोती आँखें और अपनों के गम में डूबी ज़िंदगियाँ — ये परिवार हर बार सीमा पर लड़ाई का दर्द झेलते हैं, फिर भी देशभक्ति और हिम्मत के साथ जीते हैं. मैं उनके साहस को सलाम करता हूँ.”

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