Congress News, 22 मई 2025: कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और विदेशों में भेजे जा रहे सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को Weapons of Mass Distraction करार दिया. पार्टी ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद का विशेष सत्र बुलाएं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत-पाकिस्तान युद्धविराम दावों पर स्थिति स्पष्ट करें.
पाहलगाम हमले के आतंकियों का पुराना रिकॉर्ड?
Congress News, महासचिव जयराम रमेश ने समाचार रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में पहले हुए तीन अन्य आतंकी हमलों में भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि अगर यह सच है, तो यह और भी गंभीर स्थिति है, और सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. रमेश ने कहा, “ये आतंकी दिसंबर 2023 में पुंछ, अक्टूबर 2024 में गंदेरबल और अक्टूबर 2024 में गुलमर्ग हमलों में शामिल थे. अगर पहलगाम चौथा हमला है, तो यह गंभीर है.”
संसद सत्र की अनदेखी और सांसदों का विदेश दौरा
रमेश ने कहा, “प्रधानमंत्री संसद सत्र बुलाने से इनकार कर रहे हैं, और इसके बजाय 50 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में भेजा जा रहा है. यह सब घरेलू राजनीति के लिए दिखावा और अर्थहीन है.” उन्होंने इन प्रतिनिधिमंडलों को “निरर्थक दिखावा” करार दिया. कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा, “भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं, लेकिन भारत के पास एक और हथियार है जो पाकिस्तान के पास नहीं है- Weapons of Mass Distraction. ये प्रतिनिधिमंडल उसी का हिस्सा हैं.” उन्होंने कहा कि मोदी ने Weapons of Mass Defamation’, Weapons of Mass Diversion और Weapons of Mass Distraction जैसे कदमों से ध्यान भटकाने की कोशिश की है.
Congress News: ट्रम्प के दावों पर सरकार की चुप्पी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के संघर्ष को व्यापार के वादे के जरिए सुलझाया. कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने इन दावों का एक बार भी खंडन नहीं किया और इस “चुप्पी” पर सवाल उठाया.
रमेश ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “हम दुनिया भर में प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ट्रम्प के दावों पर चुप हैं. यह साफ है कि भारत और पाकिस्तान को बराबर दिखाया जा रहा है.” उन्होंने कहा, “सांसद दुनिया भर में घूम रहे हैं, जबकि आतंकी जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं.”
रमेश ने कहा, “इसका आकलन करने का एकमात्र तरीका करगिल समिति जैसा कदम है.” उन्होंने याद किया कि 1999 के करगिल युद्ध के तीन दिन बाद वाजपेयी सरकार ने करगिल समीक्षा समिति बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट 2000 में संसद में पेश की गई. उन्होंने 1962 के चीनी आक्रमण के दौरान नेहरू द्वारा संसद सत्र बुलाने का भी जिक्र किया.
ट्रम्प ने अपने हालिया दौरे मे दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ बैठक में कहा, “पाकिस्तान और भारत के बीच जो हुआ, उसे हमने सुलझाया. मुझे लगता है कि मैंने इसे व्यापार के जरिए हल किया.”
भारत ने 22 अप्रैल के पाहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के जवाब में 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए. इसके बाद, पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की. भारतीय सेनाओं ने जवाबी हमला किया. 10 मई को, ट्रम्प ने घोषणा की थी कि वाशिंगटन की “मध्यस्थता” में भारत और पाकिस्तान ने युद्धविराम पर सहमति जताई.