विजय शाह मामले में SIT की निष्पक्षता पर सवाल, उमंग सिंघार ने कसा तंज

Vijay Shah SIT, 21 मई 2025: मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के खिलाफ कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के मामले में गठित विशेष जांच दल (SIT) पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने SIT के सदस्यों की निष्पक्षता पर संदेह जताते हुए इसे ‘जांच’ के बजाय ‘बचाव अभियान’ करार दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित इस जांच दल में शामिल अधिकारियों के पुराने कार्यकाल को लेकर विपक्ष ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।

उमंग सिंघार ने कहा, “विजय शाह के मामले में सरकार ने तीन सदस्यीय SIT का गठन किया है, लेकिन इसकी निष्पक्षता संदिग्ध है। सूत्रों से पता चला है कि SIT में शामिल IG प्रमोद वर्मा 2010 में खरगोन के SP थे, जब विजय शाह वहां के प्रभारी मंत्री थे। इसी तरह DIG कल्याण चक्रवर्ती 2018 में खरगोन के SP थे, जब शाह वन मंत्री थे। ऐसे में, जिन अधिकारियों ने पहले विजय शाह के साथ काम किया, क्या वे निष्पक्ष जांच कर पाएंगे? यह जांच है या महज बचाव का प्रयास?”

सिंघार ने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट देने के नाम पर क्या सरकार लीपापोती कर रही है? SIT की निष्पक्षता महज दिखावा तो नहीं?” बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को विजय शाह की माफी को खारिज करते हुए SIT गठन का आदेश दिया था। इसके बाद DGP कैलाश मकवाना ने देर रात तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया।

Vijay Shah SIT के सदस्य:

  • आईपीएस प्रमोद वर्मा: 2001 बैच के IPS अधिकारी, सागर रेंज के IG। 2018 से इस पद पर कार्यरत। 2022 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया था।
  • DIG कल्याण चक्रवर्ती: 2010 बैच के IPS अधिकारी, भोपाल PHQ में SAF के DIG। खरगोन और दतिया में SP रह चुके हैं। 2020 में CBI में SP के रूप में भी सेवा दी।
  • SP वाहिनी सिंह: 2014 बैच की IPS अधिकारी, डिंडौरी की SP। राजस्थान की मूल निवासी वाहिनी सिंह ने निवाड़ी में SP के रूप में कार्य किया है और उनकी छवि एक सख्त और ईमानदार अधिकारी की है।

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