नई दिल्ली, 19 मई 2025: भारतीय रेलवे के रिजर्वेशन टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संदेश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) की तस्वीर छपने से मध्य प्रदेश में सियासी घमासान मच गया है. कांग्रेस ने इस कदम पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर सेना के पराक्रम को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं.
PM Modi: ऑपरेशन सिंदूर और विवाद की शुरुआत
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में पनाह लिए आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस ऑपरेशन को रेलवे टिकट पर प्रचारित करने और उसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर शामिल करने पर अब विवाद खड़ा हो गया है. टिकट पर लिखा है- “ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है. एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय कर दिया है.” इसके नीचे छोटे अक्षरों में उल्लेख है- “पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन 12 मई 2025.”
कांग्रेस का हमला
मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सेना के पराक्रम को अपनी राजनीति चमकाने के लिए एक प्रोडक्ट के रूप में बेचा जा रहा है. केंद्र सरकार कितनी विज्ञापनजीवी हो चुकी है, इसका ताज़ा उदाहरण देखिए – रेलवे टिकट पर. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का इस्तेमाल प्रधानमंत्री के प्रचार के तौर पर किया जा रहा है. अब तक तो सिर्फ मध्य प्रदेश के भाजपा नेता ही सेना का अपमान कर रहे थे, अब तो खुद प्रधानमंत्री भी उसी कतार में शामिल हो गए हैं.”
सिंघार ने आगे कहा, “रेल टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर में शामिल जवानों की तस्वीरें हटाकर अपना चेहरा चमकाना, कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट से वैज्ञानिकों की मेहनत गायब कर अपना चेहरा छपवाना, पुलवामा में शहीद हुए जवानों के नाम पर वोट मांगना, बालाकोट एयर स्ट्राइक को चुनावी मुद्दा बनाना, सरकारी पेट्रोल पंपों पर अपनी तस्वीरें लगवाना- आपदा को अवसर में बदलने की कला अगर किसी को सीखनी है, तो भाजपा से सीखे!”
BJP का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी. पार्टी प्रवक्ता डॉ. हितेष बाजपेयी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के प्रचार-प्रसार पर कांग्रेस को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी ने इस सैन्य अभियान की सराहना की थी. कांग्रेस कार्य समिति ने भी एकमत होकर इसका समर्थन किया है.”
उन्होंने एक्स पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और उदित राज ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को धार्मिक प्रतीकात्मकता से जोड़कर सवाल उठाए हैं. फिर भी, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस ऑपरेशन का समर्थन करता है, जिससे साफ है कि पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सरकार और सेना के साथ खड़ी है, ऐसा वो कहती है. अगर इसके बावजूद कांग्रेस नेता ऑपरेशन सिंदूर के प्रचार और गौरव से जलन महसूस करते हैं, तो उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उनके मन में अभी भी पाकिस्तान के प्रति कोई लगाव बाकी है?”
कांग्रेस का कहना है कि यह सेना के सम्मान को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश है, जबकि भाजपा इसे राष्ट्रीय गौरव का प्रचार बताकर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठा रही है. इस मुद्दे पर दोनों दलों के बीच जुबानी जंग और तेज होने की संभावना है.