Indore News, इंदौर, 12 मई 2025: मध्यप्रदेश के इंदौर में स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. रविवार को सिरपुर के देवी अहिल्या सरोवर उद्यान में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस प्रतिमा के लिए भूमि-पूजन किया. यह प्रतिमा इंदौर की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाएगी.
स्वामी विवेकानंद के विचारों पर जोर
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और दर्शन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद का संपूर्ण जीवन त्याग, सेवा और आत्मबोध का प्रतीक था. शिकागो धर्म संसद में उनका ऐतिहासिक भाषण ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना का जीवंत उदाहरण है, जिसने विश्व में भारतीय संस्कृति का परचम लहराया.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्वामी जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और नई पीढ़ी को उनके सिद्धांतों से प्रेरणा लेनी चाहिए.
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सुझाव दिया कि प्रतिमा स्थल पर एक लाइब्रेरी स्थापित की जाए, जिसमें स्वामी विवेकानंद से जुड़ा साहित्य उपलब्ध हो.
Indore News: प्रतिमा का निर्माण और विशेषताएँ
प्रतिमा का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार नरेश कुमावत द्वारा किया जाएगा, जिन्होंने देशभर में कई उल्लेखनीय मूर्तियाँ बनाई हैं. इस प्रतिमा की कुल ऊँचाई, आधार सहित, लगभग 52 फीट होगी. इसके निर्माण में 14 टन धातु मिश्रण का उपयोग होगा, जो मौसम प्रतिरोधी और टिकाऊ होगा.
प्रतिमा स्थल पर स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित एक गैलरी भी बनाई जाएगी. इस गैलरी में चित्र, दस्तावेज़ और डिजिटल माध्यमों के जरिए उनके विचारों को प्रस्तुत किया जाएगा. यह स्थल इंदौर के लिए एक नया सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र बनने की उम्मीद है.
भूमि-पूजन कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, राकेश शुक्ला, पूर्व विधायक जीतू जिराती, सुदर्शन गुप्ता, सुमित मिश्रा सहित कई जनप्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे.