भोपाल, 05 मई 2025: मध्य प्रदेश के सतना जिले में रविवार देर रात एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता शुभम साहू (26) की करीब 15 अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना महदेवा मोहल्ले में रात 12:30 बजे के आसपास हुई। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने जमीन विवाद को हत्या का मुख्य कारण माना है। शुभम ने महज दो दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर बसपा की सदस्यता ली थी।
घटना का खौफनाक मंजर, वायरल हुआ वीडियो
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। हमले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें 14-15 लोग लाठी-डंडे लिए शुभम पर टूट पड़ते दिख रहे हैं। घायल शुभम को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे रीवा रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों—पंकज गौतम, रजनीश गौतम और विपिन गौतम—को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों एक ही परिवार से हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि हमले के पीछे की पूरी साजिश का खुलासा हो सके।
कांग्रेस से बसपा तक का सफर
शुभम साहू पहले यूथ कांग्रेस के महामंत्री और एनएसयूआई के सचिव रह चुके थे। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थामा था। वह भोपाल से सतना लौटे थे। पुलिस को शक है कि उनके अपने ही मोहल्ले के कुछ लोगों से चल रहा जमीन विवाद इस हत्या की वजह हो सकता है।
शुभम पर दर्ज थे कई आपराधिक मामले
जांच में सामने आया है कि शुभम साहू के खिलाफ सतना के सिविल लाइन, सिटी कोतवाली और कोलगवां थानों में मारपीट और जमीन विवाद से जुड़े 11 आपराधिक मामले दर्ज थे। शुभम और उनके पिता महेश साहू पर इलाके की कुछ निजी जमीनों पर कब्जे का भी आरोप है। गौतम और सिंह परिवार समेत कई लोग उनके व्यवहार से परेशान थे। 2024 में शुभम पर जिला बदर की कार्रवाई भी हो चुकी थी।
पिता ने लगाए गंभीर आरोप
शुभम के पिता महेश साहू ने नगर निगम अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी और उनके भाई उमेश चतुर्वेदी पर हत्या की साजिश रचने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस पर भी एक आरोपी, दिनेश गौतम, को गिरफ्तार न करने का इल्जाम लगाया। महेश ने बेटे का अंतिम संस्कार न करने की बात कही है और मांग की है कि वीडियो में दिख रहे सभी हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इलाके में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बनी हुई है।