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BrahMos Missile: ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का प्रतीक: लखनऊ में रक्षा मंत्री का बड़ा बयान

BrahMos Missile
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BrahMos Missile, नई दिल्ली, 12 मई 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को लखनऊ में ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा केंद्र का वर्चुअल उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर को भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया.

रक्षा मंत्री ने कहा, “यह उन निर्दोष परिवारों को न्याय दिलाने का सबूत है, जिन्होंने भारत की धरती पर आतंकवादी संगठनों के हाथों अपने प्रियजनों को खोया.” उन्होंने आगे कहा कि यह ऑपरेशन इस बात का प्रमाण है कि जब भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो सीमा पार की जमीन भी आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहती.

रक्षा मंत्री ने यह भी बताया किया कि भारत ने इस ऑपरेशन में आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, जबकि पाकिस्तान ने भारत में नागरिक क्षेत्रों, मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों पर हमले की कोशिश की.

ब्रह्मोस केंद्र: रक्षा क्षेत्र में नया कदम

लखनऊ में स्थापित 200 एकड़ का ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा केंद्र रक्षा उत्पादन में भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने की दिशा में कदम है. इस केंद्र में बूस्टर सब-असेंबली, एवियोनिक्स, प्रोपेलेंट और रैमजेट इंजनों का एकीकरण होगा. रक्षा मंत्री ने कहा, “ब्रह्मोस न केवल दुनिया का सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, बल्कि यह भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत, विरोधियों के लिए निवारक संदेश और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है.”

यह केंद्र उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (UPDIC) का हिस्सा है, जिसके तहत अब तक 180 समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जिसमें 34,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश और 4,000 करोड़ रुपये का वास्तविक निवेश शामिल है. इस केंद्र से लगभग 500 प्रत्यक्ष और 1,000 अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं.

BrahMos Missile: रक्षा निर्यात की संभावनाएं

राजनाथ सिंह ने वैश्विक सैन्य खर्च के 2024 में 2,718 अरब डॉलर तक पहुंचने का हवाला देते हुए कहा कि भारत को इस विशाल बाजार का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने इस सुविधा को वैश्विक रक्षा उत्पादन में भारत की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक कदम बताया.

लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सुविधा न केवल औद्योगीकरण को बढ़ावा देगी, बल्कि आईटीआई छात्रों, सुपरवाइजरों और इंजीनियरों के लिए कौशल विकास के अवसर भी प्रदान करेगी.

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