MP Weather: 12july2025: मध्य प्रदेश में इस बार मानसून पूरे जोर पर है, राज्य के पूर्वी और मध्य हिस्सों में शुक्रवार को भारी से अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 19 जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर मूसलधार बारिश की चेतावनी दी है, इसके साथ ही तेज हवाओं, बिजली गिरने और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका जताई गई है.
MP Weather: इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
बारिश का सबसे ज्यादा असर जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, पन्ना, दमोह, विदिशा, रायसेन, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, उमरिया, शहडोल, सिंगरौली और डिंडोरी जिलों में देखा जा रहा है, इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है.
MP Weather: निम्न दबाव बना भारी बारिश की वजह
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र अब झारखंड और छत्तीसगढ़ होते हुए मध्य प्रदेश तक पहुंच चुका है, इसके असर से 11 से 14 जुलाई तक प्रदेशभर में भारी बारिश की स्थिति बनी रहेगी, कुछ स्थानों पर 8 इंच तक वर्षा हो सकती है, जिससे नदी-नाले उफान पर आ सकते हैं और जनजीवन बाधित हो सकता है.
नर्मदा के किनारे खतरे में
बीते कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के चलते मंडला, नरसिंहपुर और जबलपुर जैसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात पहले ही उत्पन्न हो चुके हैं, नर्मदा नदी और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, कई स्थानों पर पुल-पुलियों पर से पानी बह रहा है, जिससे यातायात ठप हो गया है, प्रशासन ने लोगों को निचले इलाकों और नदी किनारे जाने से बचने की सख्त हिदायत दी है.
MP Weather: 74% ज्यादा बारिश से फसल को फायदा
मध्य प्रदेश में अब तक सामान्य से 74% अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है, कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, यह बारिश खरीफ फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है, लेकिन लगातार बारिश से जलभराव और बाढ़ की समस्या गंभीर होती जा रही है.
सभी को अलर्ट रहने की जरूरत
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है। राहत और बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक रूप से नदियों के पास न जाएं।